गोपालगंज. बढ़ती जनसंख्या न केवल परिवार बल्कि समाज और देश के लिए भी बड़ी चुनौती बनती जा रही है. सीमित संसाधनों के बीच बच्चों की परवरिश, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी बुनियादी जरूरतें पूरी करना कठिन होता है. ऐसे में छोटा परिवार ही सुरक्षित और सुखी भविष्य की कुंजी माना जा रहा है. इसी दिशा में बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत विभिन्न अस्थायी और स्थायी गर्भनिरोधक साधनों की सुविधा उपलब्ध करायी है. वहीं अनचाहे गर्भ से स्थायी सुरक्षा के लिए महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सुविधा भी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध है. महिला प्रसव के सात दिन के भीतर बंध्याकरण करा सकती है. यह सुविधा सीजेरियन ऑपरेशन के दौरान भी दी जाती है. सिविल सर्जन डॉ बीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि स्वास्थ्य उपकेंद्र, एचडब्ल्यूसी, एपीएचसी, पीएचसी,अनुमंडल अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सीएचसी, सदर अस्पताल इन सभी जगहों पर सुविधाएं उपलब्ध हैं. अंतरा इंजेक्शन उपकेंद्र और एचडब्ल्यूसी में मिलते हैं, जबकि महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सुविधा जिला व अनुमंडल अस्पतालों तक उपलब्ध है.
महिलाओं के लिए सरकार की ओर से कई उपाय निःशुल्क उपाय
-कॉपर-टी (380ए और 375)
-गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा-साप्ताहिक गोली छाया
-दैनिक गोली माला-एन-महिला कंडोम
-आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली (इसी)लाभार्थियों और प्रेरकों दोनों को आर्थिक सहायता
-प्रसव के 7 दिन के भीतर महिला बंध्याकरण पर तीन हजार और 7 दिन के बाद कराने पर दो हजार-पुरुष नसबंदी पर ₹3000
-पीपीआईयूसीडी/पीएआइयूसीडी पर ₹300-अंतरा इंजेक्शन पर ₹100
-प्रेरक को अलग से ₹400-हर स्तर पर सुविधा
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