गोपालगंज. ठंडी हवा और कोहरे पड़ने के साथ ही गलन बढ़ी है. ठंड ने कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले बच्चों, बुजुर्गों को बीमार करना शुरू कर दिया है. अस्पताल में सांस फूलने, निमोनिया होने पर लोग इलाज कराने पहुंच रहे हैं. ऐसे मरीजों को डॉक्टर ठंड से बचाव की सलाह के साथ हालत बिगड़ने पर भर्ती कर इलाज कर रहे हैं. सदर अस्पताल के एसएनसीयू में नौनिहालों की संख्या बढ़ी है. ओपीडी में भी दो सप्ताह पहले 80 से 90 मरीज पहुंच रहे थे. अब यह संख्या 100 से 120 तक पहुंच रही है. इनमें 40-50 रोजाना निमोनिया से पीड़ित बच्चे इलाज कराने आ रहे हैं. गंभीर रूप से पीड़ित बच्चों को मेडिकल कॉलेज रेफर किया जा रहा है. वहीं कुछ को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. सदर अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ सौरभ अग्रवाल ने बताया कि इस समय ज्यादातर बच्चे निमोनिया और डायरिया से पीड़ित सामने आ रहे हैं. इनमें करीब 20 बच्चे हर एक दिन निमोनिया से पीड़ित होकर आ रहे हैं. बच्चों को खांसी, जुकाम और सांस लेने में भी परेशानी होती है. वहीं डायरिया के 4 से 5 बच्चे आ रहे हैं. ऐसे बच्चों को दस्त के साथ बुखार भी हो रहा है. ————————— ऐसे करे बच्चों का बचाव वहीं कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले बुजुर्गों में सांस फूलने की समस्या बढ़ी है. लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि इस समय जितना हो सके बच्चों को सर्दी से बचाया जाए. छोटे बच्चों को दस्ताने और मौजे पहनाएं रखें. सिर भी ढंकर रखे. शरीर में पानी की कमी न होने दें, इसके लिए गुनगुना पानी पीते रहे. किसी भी तरह की परेशानी होने पर चिकित्सक से सलाह लेकर ही दवा लें.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

