Attack On Bihar Police: बिहार में गोपालगंज शहर के जादोपुर चौक के समीप रविवार देर शाम उस समय भीषण अफरा-तफरी मच गई, जब ग्रामीण पुलिस इंस्पेक्टर का गश्ती वाहन अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़ी ठेला दुकानों में जा घुसा. इस दुर्घटना में तीन ठेला दुकानदार गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसे के बाद तुरंत यह अफवाह फैल गई कि तीनों घायलों की मौके पर ही मौत हो गई है, जिसके बाद भीड़ बेकाबू हो गई और पूरा चौक रणक्षेत्र में तब्दील हो गया.
Attack On Bihar Police: आक्रोशित भीड़ ने NH किया जाम
हादसे से आक्रोशित सैकड़ों लोगों ने तत्काल राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) के सर्विस रोड को जाम कर दिया और हंगामा शुरू कर दिया. भीड़ ने क्षतिग्रस्त पुलिस वाहन को देखा तो उनका गुस्सा भड़क उठा. उग्र भीड़ ने पहले पुलिस जीप में जमकर तोड़फोड़ की और फिर उसमें आग लगा दी, जिससे पूरे क्षेत्र में तनाव फैल गया. आग की लपटें देखकर मौके पर पहुंची पुलिस टीम को भी लोगों के भारी विरोध और रोड़ेबाजी का सामना करना पड़ा.
Attack On Bihar Police: पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
घंटों तक जादोपुर चौक पर स्थिति तनावपूर्ण बनी रही और पुलिस लाचार नजर आई. सूचना मिलते ही SDPO प्रांजल सहित कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची. SDPO ने भीड़ को नियंत्रित करने और तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने का आदेश दिया. इसी बीच, अग्निशमन विभाग की गाड़ियां भी पहुंच गईं, जिन्होंने भीड़ को खदेड़ने के लिए पानी की बौछारें छोड़ीं. पुलिस को अंत में में बल प्रयोग करना पड़ा जिसके बाद स्थिति को काबू में किया जा सका और जलते हुए वाहन की आग बुझाई गई.
घटना के बाद तुरंत DM पवन कुमार सिन्हा, SP अवधेश दीक्षित और सीओ रजत बरनवाल भारी पुलिस बल के साथ जादोपुर चौक पहुंचे. प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने उग्र लोगों को समझा-बुझाकर और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद हालात को सामान्य किया.
दो घायलों की स्थिति गंभीर
दुर्घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने घायलों को सदर अस्पताल पहुंचाया. प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने लखपतियां मोड़ निवासी नंदू कुमार चौहान और एकडे़रवा गांव निवासी आयशन अली की नाजुक स्थिति देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. तीसरे घायल की पहचान राज हुसैन के रूप में हुई है.
अफवाहों ने बिगाड़े हालात, पुलिस ने की शांति की अपील
पुलिस के वाहन से तीन लोगों की मौत की गलत खबर जंगल की आग की तरह फैली थी जिसके कारण भीड़ बेकाबू हो गई थी. लोग मृतकों के परिजनों को मुआवजे और दोषी पुलिसकर्मियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग पर अड़े थे, जबकि वास्तविकता यह थी कि तीनों घायल जीवित थे. किसी ने दो, तो किसी ने तीन की मौत की बात फैलाई. यहां तक कि यह अफवाह भी फैली कि भीड़ ने पुलिस की गाड़ी फूंकने के साथ दो पुलिसकर्मियों को पीट-पीटकर मार दिया है. प्रशासन ने लोगों से अफवाह न फैलाने की अपील की है.
SP अवधेश दीक्षित ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है और फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. जादोपुर चौक को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है और अतिरिक्त पुलिस को तैनात कर दिया गया है.
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