गोपालगंज. विधानसभा चुनाव में नेता जी को एआइ का हथियार मिल गया है. चुनाव प्रचार में इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) तकनीक का सहारा लिया जा रहा है. इसके माध्यम से मतदाताओं के पास प्रत्याशियों की आवाज में फोन काल आ रहे हैं. उस पर वोट देने की अपील हो रही. एआइ की खासियत यह है कि यह सीधे प्रत्याशी की आवाज में मतदाताओं से बातचीत करेगा. प्रत्याशी का मतदाता के नाम से फोन आ रहा है. काॅल रिसीव करते ही सामने से परिचित आवाज में नमस्कार और प्रणाम सुनाई देने लगा है. उसके बाद परिवार के हाल-चाल पूछे जा रहे और अंत में सहयोग की अपील की जा रही है. इसके साथ ही एआइ की मदद से तैयार वीडियो से भी मतदाताओं को लुभाया जा रहा. वायस क्लोन और वीडियो जेनरेशन के तहत नेताजी की आवाज या चेहरा एआइ से जेनरेट कर हजारों जगह वोटर के नाम से संदेश पहुंचा सकेंगे. इससे सुनने और देखने वाले को लगता है कि नेताजी खुद उससे बात कर रहे हैं. तकनीक ने चुनाव प्रचार को स्मार्ट, टार्गेटेड और इंटरैक्टिव बना दिया है. मालूम हो कि हिंदी के अलावा अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी नेताजी के संदेश ट्रांसलेट हो जायेंगे. एआइ से डाटा का विश्लेषण कर अलग-अलग समुदाय, उम्र, क्षेत्र और रुचियों के हिसाब से वीडियो व ऑडियो संदेश तैयार किये जा रहे हैं. एक ही नेता अलग-अलग समूहों को उनके हित और भाषा के अनुसार अलग संदेश दे सकते हैं. इंटरनेट मीडिया कंटेंट क्रिएशन में भी एआइ ने बड़ा बदलाव किया है. इसके साथ ही आर्टिस्ट हायर करने की भी आवश्यकता खत्म हो गयी है. एआइ वर्चुअल आर्टिस्ट भी मुहैया करा रहा, जो किसी भी कंटेंट को अच्छी तरह एडिट कर देता है. इसकी मदद से पोस्ट, वीडियो, मीम, स्लोगन आदि तुरंत बनाए जा रहे हैं. एआइ चैटबाॅक्स खुद जनता के सवालों के जवाब देते हुए उम्मीदवारों की योजनाओं के बारे में भी बता रहा है. चुनाव प्रचार में प्रमोटर की भूमिका निभाने वाले राहुल पांडेय कहते हैं कि एआइ से चुनाव प्रचार के तरीके काफी बदल गये हैं. इस बार चुनाव प्रचार में नयापन आया है.
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