लंबे आंदोलन के बाद गंडक नदी पर बंगरा घाट से साहेबगंज जोड़ने के लिए महासेतु का निर्माण कार्य शुरू हुआ. महासेतु के निर्माण कार्य को जून, 2018 तक पूरा करना था, जिस पर प्रशासनिक उदासीनता के कारण ग्रहण लगता नजर आ रहा है.
अवधेश कुमार राजन
गोपालगंज : गंडक नदी पर बंगरा घाट में बनाये जा रहे महासेतु के निर्माण कार्य को किसानों ने रोक दिया है. किसानों के विरोध के कारण निर्माण कार्य पूरी तरह से ठप हो गया है. निर्माण कार्य ठप होने से परियोजना पर ग्रहण लगता नजर आ रहा है. किसानों ने अपनी जमीन पर महासेतु के निर्माण कार्य नहीं करने देने की चेतावनी के साथ कार्य को रोका है.
निर्माण कंपनी एसपी सिंगला ने किसानों के उग्र रूप को देख निर्माण को रोक दिया है. कंपनी का कहना है कि जमीन के अधिग्रहण का मामला जिला प्रशासन का है. प्रशासन किसानों की इस समस्या का समाधान कराये, तो निर्माण कार्य शुरू कराया जा सकेगा.
जिला प्रशासन ने इस गंभीर समस्या को लेकर चुप्पी साध ली है. गंडक नदी पर महासेतु के निर्माण कार्य का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आठ फरवरी, 2014 को राजापट्टी कोठी से किया था.
अड़े हैं किसान
महासेतु के निर्माण के लिए जिन किसानों की जमीन का उपयोग किया जा रहा है, उनकी जमीन का गोपालगंज जिला भू-अर्जन की तरफ से आज तक अर्जन नहीं किया गया. किसानों को नोटिस तक नहीं मिला. सेतु का निर्माण गोपालगंज इलाके के किसान विक्रमा सिंह, सुरेंद्र सिंह, दामोदर सिंह, अरुण सिंह समेत एक दर्जन किसानों की जमीन पर, जबकि मुजफ्फरपुर जिले के 63 किसानों की जमीन पर भी निर्माण हो रहा है. इस जमीन का अधिग्रहण करने का काम गोपालगंज के जिला भू-अर्जन कार्यालय को करना है. किसानों को आज तक नोटिस तक नहीं दिया गया और उनके जमीन में निर्माण हो रहा था. किसानों का कहना है कि जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा.
निर्माण नहीं होने देंगे.
बंगरा घाट पुल निर्माण के लिए जिन किसानों की जमीन का उपयोग होना है, जल्दी ही वहां कैंप लगा कर उनकी जमीन को लीज पर लिया जायेगा. पुल निर्माण निगम के अधिकारी भी कैंप में शामिल होंगे.
राजीव रंजन, जिला भू अर्जन पदाधिकारी, गोपालगंज
महासेतु के निर्माण में जिन किसानों की जमीन पर निर्माण हो रहा उन्हें मुआवजा मिले इसके लिए मेरी तरफ से जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है, ताकि इनके जमीन का मुआवजा मिल सके.
मिथिलेश तिवारी, विधायक, बैकुंठपुर