गोपालगंज : केमिकल की आड़ में स्पिरिट मंगाने वाली कंपनी के खिलाफ अब उत्पाद विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है. मामले में उत्पाद विभाग की पुलिस ने स्पिरिट मंगाने वाले समस्तीपुर के इंडस्ट्रियल एरिया हरपुर स्थित सम्राट लेबोरेटिज, स्पिरिट की खेप भेजने वाला पंजाब के मोहाली जिले के डेरावसी स्थित पावार केमिकल इंडस्ट्रीज व स्पिरिट लेकर जा रहे ट्रक के मालिक व पकड़े गये चालक व राजस्थान के अलवर जिले के भिवानी थाने के उदयपुर गांव के निवासी नेयाज अहमद व उपचालक आशीश कुमार के खिलाफ उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी है.
Advertisement
केमिकल की आड़ में स्पिरिट मंगाने वाली कंपनी पर प्राथमिकी दर्ज
गोपालगंज : केमिकल की आड़ में स्पिरिट मंगाने वाली कंपनी के खिलाफ अब उत्पाद विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है. मामले में उत्पाद विभाग की पुलिस ने स्पिरिट मंगाने वाले समस्तीपुर के इंडस्ट्रियल एरिया हरपुर स्थित सम्राट लेबोरेटिज, स्पिरिट की खेप भेजने वाला पंजाब के मोहाली जिले के डेरावसी स्थित पावार केमिकल इंडस्ट्रीज व […]
इसके अलावा उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने केमिकल की आड़ में स्पिरिट की खेप भेजने वाले पावर केमिकल इंडस्ट्रीज व मंगाने वाली समस्तीपुर की सम्राट लेबोरेटिज कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए उत्पाद मुख्यालय को पत्र भेजा गया है. गिरफ्तार चालक व उपचालक को पुलिस ने पूछताछ के बाद सोमवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
क्या है पूरा मामला
शुक्रवार की रात उत्पाद विभाग की पुलिस बलथरी चेकपोस्ट एनएच 28 पर वाहनों की जांच कर रही थी. इसी दौरान पुलिस ने एक कंटेनर से 93 ड्रम स्पिरिट की बरामदगी की थी. जांच के दौरान चालक ने पुलिस को ड्रम में समस्तीपुर स्थित सम्राट लेबोरेटिज के पेंट बनाने वाले 93 ड्रम केमिकल लोड होने की बात बतायी थी.
इसकी पुष्टि के लिए उसने पुलिस को केमिकल की बिल्टी भी दिखायी थी, लेकिन केमिकल की दुर्गंध स्पिरिट की जैसी होने की स्थिति में उत्पाद पुलिस ने उसका सैंपल जांच के लिए उत्पाद लेबोरेटरी पटना भेज दिया. जांच में पाया गया कि कंटेनर में लोड केमिकल नहीं स्पिरिट है. इसके बाद अब कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.
राजस्थान से चली थी खेप
स्पिरिट पंजाब के डेरावशी स्थित पावर केमिकल इंडस्ट्रीज से लोड की गयी थी. ट्रक पर लदे 93 ड्रम में कुल 16 हजार पांच सौ 38 ग्राम स्पिरिट है. उत्पाद इंस्पेक्टर सह चेकपोस्ट प्रभारी दीपक कुमार सिंह ने बताया कि जांच से बचाव के लिए तस्करों ने स्पिरिट में कुछ ऐसा केमिकल मिलाया गया था जिससे उसका स्वरूप बदल जाये व उसकी बदबू स्पिरिट जैसी नहीं रहे.
इसके अलावा रंग बदलने के लिए तस्करों ने कत्थी कलर का भी उपयोग किया था. उत्पाद पुलिस को यह पता था कि पंजाब के डेरावसी में स्पिरिट का बड़ा डिस्टलरी सेंटर है. चालक ने पुलिस को जैसे ही केमिकल डेरावशी से लोड होने की बात बतायी तब से ड्रम में स्पिरिट होने का शक और बढ़ गया.
उसके बाद कंटेनर पर लदे केमिकल की जांच कराने की योजना बनायी गयी थी.
पेंट से पहले सूरा बनाती थी समस्तीपुर की कंपनी
उत्पाद पुलिस ने बताया कि समस्तीपुर के इंडस्ट्रियल एरिया हरपुर में स्थित सम्राट लेबोरेटरी कंपनी में शराबबंदी से पहले नशीली सूरा का निर्माण कर बाजारों को आपूर्ति करती थी. शराबबंदी लागू होने के बाद कंपनी सूरा के बदले कलर पेंट निर्माण करने लगी.
अब कंपनी में इतने भारी मात्रा में स्पिरिट क्यों मंगायी गयी थी, स्पिरिट का उपयोग कहां होता, इससे पहले भी कंपनी में स्पिरिट की आपूर्ति की गयी इसकी जांच में उत्पाद विभाग की पुलिस जुट गयी है. जांच के बाद मामले का खुलासा होने की उम्मीद है.
जांच में हुआ खुलासा
बलथरी चेकपोस्ट से पकड़े गये कंटेनर में केमिकल नहीं स्पिरिट है. लेबोरेटरी जांच में यह खुलासा हो गया है. कंपनी, वाहन मालिक व चालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. मामले में दोनों कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उत्पाद मुख्यालय को भी सूचित किया गया है.
राकेश कुमार, उत्पाद अधीक्षक, गोपालगंज
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement