हथुआ : संकट से निजात के लिए जल संरक्षण को लेकर जिला प्रशासन ने कदम उठाये हैं. जल संरक्षण को लेकर गांवों व स्कूलों में सोख्ता का निर्माण कराया जायेगा. इसके लिए पंचायत प्रतिनिधियों से लेकर प्रधानाध्यापकों को सोख्ता निर्माण के गुर सिखाये जा रहे हैं.
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गांवों व स्कूलों में मिशन मोड में होगा सोख्ता का निर्माण, जिला प्रशासन ने उठाये कदम
हथुआ : संकट से निजात के लिए जल संरक्षण को लेकर जिला प्रशासन ने कदम उठाये हैं. जल संरक्षण को लेकर गांवों व स्कूलों में सोख्ता का निर्माण कराया जायेगा. इसके लिए पंचायत प्रतिनिधियों से लेकर प्रधानाध्यापकों को सोख्ता निर्माण के गुर सिखाये जा रहे हैं. इसी कड़ी में हथुआ में महारानी विवाह भवन में […]
इसी कड़ी में हथुआ में महारानी विवाह भवन में अनुमंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें प्रारंभिक से लेकर उच्च विद्यालयों के प्रधानाध्यापक शामिल हुए. कार्यशाला में डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने मिशन मोड में सोख्ता का निर्माण कराने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि लगातार बढ़ रही भीषण गर्मी से दिनों दिन भूगर्भीय जल का स्तर नीचे गिरता जा रहा है. इसके लिए जल संरक्षण जरूरी है.
उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के बिना जीवन संभव नहीं है. मनुष्य से लेकर धरती के सभी जीव जंतुओं को जीवित रहने के लिए जल आवश्यक है. ऐसे में हम सभी को जल संरक्षण के प्रति सजग रहने की जरूरत है. उन्होंने स्कूलों में सोख्ता निर्माण को लेकर प्रधानाध्यापकों को पूरे मनोयोग से लगने को कहा. डीआरडीए के निदेशक जनार्दन प्रसाद सिंह ने बताया कि जिले की सभी 234 पंचायतों के विद्यालयों में सोख्ता का निर्माण कराया जाना है. बेकार जल को सोख्ता के माध्यम से पुन: जमीन के गर्भ में समाहित किया जायेगा. इससे जल स्तर को मेंटेन रखा जा सकेगा.
वहीं, जलजमाव व गंदगी की समस्या से भी निजात मिलेगी. कार्यशाला में जिले के पदाधिकारियों के अलावा हथुआ एसडीओ अनिल कुमार रमण, बीडीओ रवि कुमार, कृष्णा राम, बीइओ सुरेश प्रसाद, सीओ के अलावा बीआरपी धर्मेंद्र सिंह, नरेंद्र मिश्र, रामप्रवेश चौधरी, शिवप्रताप मांझी, सुधीर कुमार श्रीवास्तव, रवींद्र कुंवर, नंदलाल कुमार यादव समेत कई प्रधानाध्यापक व शिक्षाकर्मी शामिल थे.
2800 की लागत से होगा सोख्ता का निर्माण : साढ़े तीन फुट गहरा एवं साढ़े तीन फुट व्यास का गड्ढा खोदा जायेगा, जिसके अंदर 15 फुट नौ इंच व्यास की बोरिंग की जायेगी. उसमें दो फुट छह इंच तक ईंट के टुकड़े भरे जायेंगे. उसके ऊपर छह इंच गिट्टी डाली जायेगी. गिट्टी के ऊपर छह इंच बालू डाला जायेगा. इस प्रकार बनाये गये सोख्ते में रसोई घर और चापाकल से निकले हुए पानी को दो या तीन फुट का नाला बनाकर गिराया जायेगा.
कार्यशाला में सोख्ता निर्माण के सिखाये गये तरीके
सभी जनप्रतिनिधियों को मिशन मोड में आम जनता को जागरूक कर जल संरक्षण के लिए सोख्ता निर्माण के लिए प्रेरित करना होगा
उचकागांव : मनबोध परसौनी गांव में मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष अच्छेलाल यादव के नेतृत्व में मॉडल सोख्ता के निर्माण के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. उद्घाटन बीडीओ संदीप सौरभ, प्रखंड प्रमुख रामाशीष सिंह और पीओ सुबोध कुमार सिंह ने मिट्टी की खुदाई कर किया.
बीडीओ ने कहा कि विश्व में हो रहे जलवायु परिवर्तन के बाद तेजी से घट रहे जल स्तर के बाद समस्याएं बढ़ने लगी हैं. इसलिए समय रहते यदि मानव जाति जल संरक्षण के लिए आगे नहीं बढ़ी तो समस्याएं और विकराल हो जायेंगी. इसलिए सभी जनप्रतिनिधियों को मिशन मोड में आम जनता को जागरूक कर जल संरक्षण के लिए सोख्ता निर्माण के लिए प्रेरित करना होगा.
थानाध्यक्ष किरण शंकर, उपप्रमुख कालेश्वर रावत, मनरेगा के जेइ रमेश कुमार सिंह, मुखिया रहमत अली, संतोष कुमार राजा, लक्ष्मण चौधरी, अखिलेश्वर बैठा, अरविंद राय, अरविंद यादव, मोहनलाल प्रसाद, रमेश यादव, पीआरएस मुकेश कुमार आदि मौजूद थे.
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