गोपालगंज : जिले में अवैध रूप से चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई का असर नहीं है. अल्ट्रासाउंड के माफियाओं ने सील किये गये सेंटर को खोलकर जांच करनी शुरू कर दी है.
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अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील किया तो माफियाओं ने खोला दूसरा दरवाजा
गोपालगंज : जिले में अवैध रूप से चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई का असर नहीं है. अल्ट्रासाउंड के माफियाओं ने सील किये गये सेंटर को खोलकर जांच करनी शुरू कर दी है. इसका खुलासा स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी में हुआ. मंगलवार को सासामुसा में एक अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील करने के […]
इसका खुलासा स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी में हुआ. मंगलवार को सासामुसा में एक अल्ट्रासाउंड सेंटर को सील करने के बाद अधिकारियों की टीम कुचायकोट के करमैनी में पहुंची. यहां पहुंचने से पहले अल्ट्रासाउंड संचालक फरार हो गये.
बताया गया कि अवैध संचालन को लेकर करमैनी में पांच अल्ट्रासाउंड पूर्व से ही सील किये गये थे, लेकिन दूसरे दरवाजे को खोलकर इन पांचों सेंटर का संचालन कई दिनों से किया जा रहा था. टीम के पहुंचने की भनक मिलने पर पिछला दरवाजा भी बंद कर संचालक फरार हो गये.
हालांकि अधिकारियों ने सील किये गये सेंटर को दुबारा खुलवाया और जांच की. इसी तरह बैकुंठपुर, महम्मदपुर और सिधवलिया में भी सील किये गये अल्ट्रासाउंड को मकान के दूसरे दरवाजे से चालू कर दिया गया है. शहर के अलावा विजयीपुर, भोरे कटेया समेत अन्य प्रखंडों में इस तरह का खेल जारी है.
नियमों को नहीं हो रहा पालन : अल्ट्रासाउंड केंद्र के बाहर डॉक्टर की डिग्री, फोटो और मोबाइल नंबर लगाना अनिवार्य है. अंदर मशीन का संचालन डॉक्टर को स्वयं करना है. अधिकारियों के मुताबिक बिना अनुमति के न तो डॉक्टर बदले जाएं और न ही मशीन को निर्धारित जगह से हटाया जाये. जांच में यह पाया गया है कि बिना सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के अल्ट्रासाउंड मशीन रिपेयर के लिए हटा दी गयी.
अल्ट्रासाउंड पर नहीं हैं योग्य डॉक्टर : अधिकतर अल्ट्रासाउंड संचालकों के पास योग्य डॉक्टर नहीं है. डॉक्टर के बिना अल्ट्रासाउंड सेंटर चल रहे हैं. सिविल सर्जन डॉ नंदकिशोर सिंह ने बताया कि सभी अल्ट्रासाउंड केंद्र पर योग्य डॉक्टर ही तैनात किये जायेंगे. नियुक्त डॉक्टर की अनुपस्थिति में यदि कोई सेंटर खुला मिला तो उसे सील कर दिया जायेगा. संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
छापेमारी की कैसे लगी भनक
कुचायकोट में स्थानीय प्रशासन के अलावा जिला स्वास्थ्य समिति की टीम मंगलवार को छापेमारी करने पहुंची थी, लेकिन टीम के पहुंचने से पहले माफियाओं को कार्रवाई की भनक लग चुकी थी. सासामुसा में छापेमारी के बाद जैसे ही करमैनी में स्वास्थ्य टीम पहुंची, अल्ट्रासाउंड संचालक बंद कर फरार हो गये.
क्या कहते हैं अधिकारी
अवैध रूप से संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर कार्रवाई चल रही है. सील किये गये अल्ट्रासाउंड अगर खोल दिये गये हैं, तो उनपर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
डॉ नंद किशोर सिंह,सिविल सर्जन, गोपालगंज
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