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किसानों के अरमानों पर गिरे ओले, 65 लाख की क्षति
गोपालगंज : मौसम की मार सहनी किसानों की विवशता बन गयी है. बुधवार को दोपहर बाद आसमान से ओलावृष्टि के रूप में आफत बरसी और किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया. जिले के करीब 76 गांवों में ओलावृष्टि हुई, वहीं पूरे जिला में छिटपुट बारिश और तेज हवा चली. बुधवार को 6.1 मिमी बारिश […]
गोपालगंज : मौसम की मार सहनी किसानों की विवशता बन गयी है. बुधवार को दोपहर बाद आसमान से ओलावृष्टि के रूप में आफत बरसी और किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया. जिले के करीब 76 गांवों में ओलावृष्टि हुई, वहीं पूरे जिला में छिटपुट बारिश और तेज हवा चली. बुधवार को 6.1 मिमी बारिश हुई. फरवरी माह में कुल 20.8 मिमी बारिश हो चुकी है.
ओलावृष्टि से सरसों की फसल में ज्यादा नुकसान है, वहीं हवा के कारण कई गांवों में गेहूं के फसल को भी आंशिक क्षति हुई है. जिन गांवों में सिर्फ बारिश हुई है, वहां पछेती गेहूं के फसल को लाभ भी हुआ है. आकलन के मोताबिक बुधवार को हुई बारिश से और ओला से सरसों, मसुरी, तोड़ी के फसलों को 20 से 25 फीसदी का नुकसान हुआ है. जिला में एक हजार हेक्टेयेर में किसानों ने सरसों की खेती की थी.
अनुमान के मुताबिक मौसम के बदलाव से किसानों को 65 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है. इधर गुरुवार को भी सुबह में आसमान बादलों से घिरा रहा और फुहारें पड़ती रहीं. बाद में मौसम ठीक हो गया. मौसम के उतार-चढ़ाव से किसानों की चिंता बढ़ गयी है.
सुबह शीतलहर के जैसी पड़ती रही फुहार
गोपालगंज. फागुन मास में बारिश व ओला पड़ने से सर्द हवाओं ने माघ मास का एहसास करा दिया है. मौसम के इस परिवर्तन से तापमान में गिरावट दर्ज की गयी है. गुरुवार की सुबह से मौसम शीतलहर जैसा बना रहा. पश्चिम से आ रही हवा ने लोगों को कंपा दिया. घंटों फुहार पड़ती रही. दिन चढ़ने के साथ ही बादलों की आवाजाही शुरू हुई. हवाओं ने मौसम को ठंडा कर दिया.
सुबह से ही चली ठंडी हवा : सर्द हवाओं का दौर चलने से गुरुवार को दिन का तापमान अधिकतम 25.3 डिग्री तक पहुंच गया. तो न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. फिर से ठिठुरन बढ़ गयी. पछिया हवा 22.2 किमी के प्रति घंटे की रफ्तार से चलती रही. जबकि आर्द्रता 46 से 97 फीसदी के बीच रहा.
आलू पैदा करने वाले किसान चिंतित : आलू किसानों के माथे पर भी चिंता की लकीरें हैं, क्योंकि आलू की खुदाई का काम चल रहा है. तमाम जगह खुले में आलू पड़ा है. ज्यादा बारिश हुई तो आलू सड़ सकता है. आने वाले दो दिन भी बारिश की आशंका जाहिर की जा रही है.
बैकुंठपुर में आंधी से फसल को क्षति :
बैकुंठपुर. प्रखंड में ओला वृष्टि होने से किसानों की फसल लगभग 50% से अधिक प्रभावित हो गया है. किसानों का लगाया गया पूंजी में पानी फिर गया है. युवा जिला परिषद सदस्य रविरंजन उर्फ विजय बहादुर यादव ने जिला पदाधिकारी से तत्काल फसल क्षति का सर्वेक्षण कर मुआवजा देने की मांग की है.
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