गोपालगंज : पूर्वोत्तर रेलवे के थावे-छपरा रेलखंड पर जिला मुख्यालय में बने गोपालगंज स्टेशन पर सुविधाओं को घोर अभाव है. स्टेशन में शौचालय नहीं है, चापाकल बंद है और नल से भी पानी नहीं टपकता है. इसके अलावा एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिए ओवरब्रिज की सुविधा उपलब्ध नहीं है.
इससे रेलयात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस रेलखंड के अमान परिवर्तन का काम पूरा होने के बाद 10 मई, 2017 को बड़ी लाइन चालू कर दो जोड़ी सवारी ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया. पिछले आठ माह से इन ट्रेनों से यात्रा करने के लिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में यात्री स्टेशन पर आते हैं. लेकिन, उन्हें काफी परेशानी होती है. लोगों को खरीद कर पानी पीना पड़ता है. वहीं , शौचालय नहीं रहने से यात्रियों को खुले में जाना पड़ता है, जिसमें सबसे अधिक परेशानी महिलाओं को होती है. प्रभात खबर की टीम ने शुक्रवार को स्टेशन पर सुविधाओं का जायजा लिया.
पूरा नहीं हुआ ओवरब्रिज का काम
स्टेशन के एक प्लेटफाॅर्म से दूसरे प्लेटफाॅर्म पर जाने के लिए ओवरब्रिज नहीं बना है. ओवरब्रिज का निर्माण कार्य करीब साल भर से चल रहा है. अभी तक इसमें शेड नहीं लगा है, इसलिए इसे चालू नहीं किया जा रहा है. इससे यात्रियों को दूसरे प्लेटफाॅर्म पर जाने में परेशानी होती है.
क्षतिग्रस्त हो गया पुराना शौचालय
जब इस रेलखंड पर छोटी लाइन थी, तो शौचालय भी था. लेकिन, जब अमान परिवर्तन कार्य के तहत स्टेशन का जीर्णोद्धार कार्य हुआ तो शौचालय का निर्माण नहीं किया गया. साथ ही जो पुराना शौचालय था उसे भी तोड़ दिया गया. शौचालय नहीं रहने से यात्री खुले में जाने को मजबूर हैं
चापाकल से नहीं निकलता पानी
स्टेशन पर शुद्ध पेयजल के लिए एक चापाकल लगाया है. लेकिन, यह चापाकल सिर्फ दिखावे का है. यह शुरू से ही खराब है और पानी नहीं देता है. रेलवे प्रशासन भी इसे चालू कराने के प्रति गंभीर नहीं दिखता है. चापाकल के बंद रहने से यात्रियों को पेयजल की सुविधा नहीं मिलती है.
नलों में नहीं होती पानी की सप्लाई
रेलवे ने स्टेशन परिसर में चार नल लगाये गये हैं, लेकिन आजकल इसमें से पानी नहीं टपक रहा है. यह शोभा की वस्तु बनकर रह गया है. मोटर के जल जाने से पानी की टंकी नहीं भर पा रही है और यही कारण है कि नल से पानी नहीं टपक रहा है. ऐसे में यात्रियों को खरीदकर पानी पीना पड़ रहा है.