गोपालगंज : लश्कर-ए-तैयबा से बेदार बख्त उर्फ धन्नु राजा का रिश्ता सामने आने के बाद सदमे से परिवार नहीं उबर पा रहा. सगे-संबंधी और रिश्तेदार भी आहत हैं. इन्हें भरोसा नहीं हो रहा कि इनका खून कभी देश विरोधी तत्वों का साथ दे सकता है. धन्नु की मां तथा सारण जिले के नगरा थाने के अफउर उर्दू विद्यालय की शिक्षका नसीमा की हालत बिगड़ गयी है.
उसे इलाज के लिए डॉक्टरों ने रेफर कर दिया है. वह सदमे से नहीं उबर पा रही. उसके दामन पर ऐसा दाग लगा है, जिसे मिटाना मुश्किल है. सिर्फ परिवार ही नहीं सगे-संबंधी भी सदमे में हैं. मंगलवार को धन्नु के पिता फिरोज से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि धन्नु की मां की तबीयत खराब है. उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. किस अस्पताल में भर्ती है यह बताने से उन्होंने मना कर दिया. उन्हें भी समाज के सामने आज सर छिपाना पड़ रहा है.
उनका दिल नहीं मानता की उनका बेटा का कनेक्शन आतंकी से हो सकता है, लेकिन एनआईए की कार्रवाई में आतंकी संगठनों से जुड़े होने की तथ्य धीरे-धीरे साफ हो गयी है. धन्नु के भाई नजरे आलम और फैज रजा बहन, सबीहा नसीम और फरजाना घर से बाहर नहीं निकल रहे. स्नातक पार्ट टू का छात्र धन्नु राजा ऐसा क्यों किया इस सवाल का जवाब परिवार के लोग खोज रहे है.