गया/बाराचट्टी. बाराचट्टी थाना क्षेत्र के छिनारी पुल के समीप मंगलवार की देर रात अपराधियों ने डेल्हा थाना क्षेत्र के धनियाबगीचा मुहल्ले के रहनेवाले व्यवसायी विजय प्रसाद व उनके दामाद रांची के सुकदेवनगर थाने के कैलाशमंदिर-चूना भट्टी मुहल्ले के रहनेवाले व्यवसायी मितेश कुमार गुप्ता को गोली मारने के मामले का खुलासा कर लिया है. इस मामले में पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही एक पिस्टल व 11 कारतूस जब्त किये हैं. यह बातें शनिवार को पुलिस ऑफिस में आयोजित प्रेसवार्ता में सिटी एसपी रामानंद कुमार कौशल व शेरघाटी डीएसपी संजीत कुमार प्रभात ने दी. सिटी एसपी ने बताया कि फॉरेंसिक टीम एवं मोबाइल सर्विलांस के जरिये अपराधियों तक पहुंचा गया है. लगातार छानबीन से स्पष्ट हुआ है कि लूटपाट करने की नीयत से ही अपराधियों ने व्यवसायी ससुर व दामाद पर हमला किया था और उन्हें गोली मार दी थी. इस घटना को एसएसपी आनंद कुमार ने गंभीरता से लिया था और शेरघाटी डीएसपी संजीत कुमार प्रभात के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया था. इस विशेष टीम ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किये गये आरोपितों में बाराचट्टी क्षेत्र के पिपराही गांव के बालकिशन यादव का पुत्र विनय कुमार, डांग गांव के सुरेंद्र सिंह का पुत्र सूरजदेव सिंह व सोमिया गांव के सीताराम यादव का पुत्र गुड्डू कुमार शामिल हैं. पकड़े गये विनय ने पुलिस को बताया कि गोली सूरजदेव ने चलायी थी. इससे कारोबारी घायल हुआ था. पकड़े गये लोगों की निशानदेही पर एक पिस्टल एवं 11 जिंदा कारतूस भी बरामद किये. बाद में आवश्यक पूछताछ के बाद आरोपितों को जेल भेज
पांच वर्ष पहले हुई घटना की समीक्षा के बाद मिली सफलता
गौरतलब है कि मंगलवार की देर रात अपराधियों ने लूटपाट के दौरान व्यवसायी विजय प्रसाद को गोली मारी थी, तो यह मामला तब गरमा गया था, जब गया शहर स्थित चर्चित व्यवसायी प्रमोद लड्डू भंडार के मालिक प्रमोद कुमार भदानी ने खुलासा किया था कि व्यवसायी विजय प्रसाद उनके बड़े भाई विनोद कुमार भदानी के साढ़ू हैं. चर्चित व्यवसायी से मामला जुड़ा होने के कारण भी पुलिस ने गंभीरता दिखायी और तेजी से छानबीन शुरू की. सिटी एसपी की मॉनीटरिंग व शेरघाटी डीएसपी संजीत कुमार प्रभात ने बाराचट्टी इलाके में विगत कई वर्षों में जीटी रोड पर हुई लूटपाट की समीक्षा की, तो पांच वर्ष पहले एक ऐसा मामला निकला, जिसका आपराधिक घटनाक्रम उक्त दोनों व्यवसायियों के साथ हुई घटना से मिलता-जुलता था. इसी आधार पर पुलिस ने छानबीन शुरू की, तो इस घटना का खुलासा हुआ. हालांकि, इस गिरोह में सात अपराधी शामिल हैं. जिसमें से तीन अपराधी अबतक पुलिस के हत्थे चढ़ गये हैं. लेकिन, फरार चल रहे चारों अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर बाराचट्टी पुलिस लगातार प्रयास कर रही है. साथ ही उनका आपराधिक कुंडली भी खंगालने में जुट गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है