गया. बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के आह्वान पर गया व्यवहार न्यायालय के तीसरे और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की कलमबंद हड़ताल जारी रही. इससे न्यायालय के न्यायिक कार्य पूरी तरह ठप रहे. कोर्ट परिसर में मुवक्किल भी इधर से उधर भटकते रहे. उनके लंबित मामलों पर कोई सुनवाई नहीं हो सकी. न्यायिक कार्य ठप रहने के कारण अधिवक्ता भी अपने-अपने चेंबर में बैठे नजर आये. व्यवहार न्यायालय के कर्मचारियों की हड़ताल से न्यायालय के कार्य पूरी तरह प्रभावित रहा. अदालतों द्वारा दी गयी निर्धारित तिथि पर न्यायिक कार्य नहीं हो सका. जमानतीय बंधपत्र भी जमा नहीं हो सका. अधिवक्ताओं को भी अपने मुव्वकिलों के न्यायिक कार्य को लेकर मानसिक व आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ रहा है. बताते चलें कि बिहार राज्य न्यायालय कर्मचारी संघ के द्वारा अपने मुख्य चार मांगों में से जिसमें वेतन विसंगति का मामला अनुकंपा पर बहाली का मामला तृतीय चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के पदोन्नति का मामला तथा न्यायिक कदर लागू करने का मामला यह प्रमुख मांगें हैं.
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