गया जी. मगध मेडिकल अस्पताल परिसर में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से संसाधनों का लगातार विस्तार किया जा रहा है. गंभीर मरीजों के इलाज के लिए 100 बेड का अत्याधुनिक क्रिटिकल केयर यूनिट बनाने का रास्ता साफ हो गया है. इस परियोजना के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. अस्पताल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार एआरटी सेंटर के पीछे खाली पड़ी जमीन पर क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण किया जायेगा. निर्माण स्थल पर मौजूद कुछ जंगली पेड़ों को हटाने के लिए वन विभाग से अनुमति मांगी गयी है. अनुमति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जायेगा. सरकार की ओर से इस क्रिटिकल केयर यूनिट की बिल्डिंग और आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था के लिए कुल 44.5 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है. इससे पहले पुराने गायनी वार्ड में 30 बेड का आइसीयू निर्माणाधीन था. हालांकि कुछ विवादों के कारण यह कार्य आधा पूरा होने के बाद न्यायालय में लंबित हो गया है. ऐसे में उसके पूर्ण होने में अभी समय लगने की संभावना है. नये क्रिटिकल केयर यूनिट के निर्माण के बाद गंभीर मरीजों को हर परिस्थिति में मगध मेडिकल अस्पताल में ही रखकर इलाज की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी. इससे रेफरल की समस्या में भी काफी हद तक कमी आने की उम्मीद है. इधर अस्पताल में हाल के दिनों में अन्य चिकित्सा सुविधाओं का भी विस्तार किया गया है. अलग से बर्न मरीजों के लिए 14 बेड का विशेष वार्ड तैयार किया गया है, जिसे जनवरी के प्रथम सप्ताह में चालू करने की योजना है. इस बार बर्न वार्ड को पूरी तरह निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत तैयार किया गया है, ताकि संक्रमण के कारण मरीजों की जान को खतरा न हो.
क्या कहते हैं अधीक्षक
मगध प्रमंडल के लगभग सभी जिलों के साथ-साथ झारखंड के सीमावर्ती जिलों से भी मरीज यहां इलाज के लिए पहुंचते हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़े होने के कारण प्रतिदिन बड़ी संख्या में दुर्घटना के मरीज भी अस्पताल आते हैं. सीमित संसाधनों में अब तक उनका बेहतर इलाज किया जाता रहा है. 100 बेड का क्रिटिकल केयर यूनिट शुरू होने के बाद गंभीर मरीजों के इलाज की सुविधा और बेहतर होगी. आवश्यक अनुमति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू करा दिया जायेगा.डॉ केके सिन्हा, अधीक्षक, मगध मेडिकल अस्पतालडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

