गुरारू. प्रखंड मुख्यालय में चीनी मिल्स मिडिल स्कूल को लेकर मंगलवार को बैठक हुई. इसमें टिकारी एसडीओ सुजीत कुमार, बीडीओ संभव कुमार सिंह, सीओ नूपुर कुमारी व बियाडा के कई अधिकारी व अन्य लोग शामिल थे. इस दौरान उद्योग लगा रहे निवेशक भी बैठक में शामिल थे. सभी पक्षों से बातचीत के जरिये इस मुद्दे को सुलझाने का प्रयास किया गया. स्कूल का भी काम चलता रहे और उद्योग लगा रही कंपनी को भी कोई नुकसान नहीं हो. बीच का रास्ता निकालने का प्रयास किया गया. स्कूल के लिए कुछ और जमीन छोड़ने के लिए निवेशक तैयार दिखे. भाजपा के वरीय नेता सुधीर कुमार वर्मा उर्फ विनोद मरांडी एवं जदयू तकनीकी व श्रम प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष शंभू सिंह ने कहा कि यह चीनी मिल्स स्कूल वर्ष 1938 से संचालित है. इस स्कूल से लोगों का सेंटीमेंट्स जुड़ा है. इस खेल मैदान पर सर्फ मिल्स स्कूल का ही नहीं आस-पास के कई स्कूलों के स्पोर्ट्स एक्टिविटी होते है. इस पर उद्योग लग जाने से बच्चों की खेल कूद की एक्टिविटी निश्चित रूप से प्रभावित होगी. ऐसा काम हो कि बच्चों को भी कोई परेशानी नहीं हो और कंपनी भी अपना काम कर लें. वर्तमान में चीनी मिल परिसर बियाडा के अधीन है. और इस जमीन पर कई निवेशक उद्योग लगा रहे हैं. गौरतलब है कि वर्ष 1938 से संचालित मिडिल स्कूल चीनी मिल्स के बचे हुए खेल मैदान का अस्तित्व बचाने के लिए स्थानीय लोग आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर सकते हैं. इस स्कूल के खेल मैदान पर उद्योग लगाने के लिए फार्मा कंपनी को आवंटित किया जा चुका है. आधे फील्ड पर पहले ही उद्योग का ढांचा लग चुका है. इस मौके पर प्रखंड उपप्रमुख शैलेश सिंह, जदयू नेता सुनील पासवान, सामाजिक कार्यकर्ता रवि शंकर अवस्थी, व्यवसाय संघ के अध्यक्ष सुदामा ठाकुर, सचिव अखिलेश विश्कर्मा, भाजपा नेता अमित कुमार, वार्ड संघ के अध्यक्ष विनोद सिंह, चंदेश्वर प्रसाद गुप्ता, कौलेश्वर पासवान, दीपक गुप्ता, शिक्षक धर्मेंद्र कुमार, शेलेंद्र मिश्रा, श्याम कुमार, अनिल साव समेत दर्जनों लोग शामिल थे.
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