बोधगया. मगध विश्वविद्यालय कैंपस स्थित हॉस्टल नंबर एक को खाली कराने के आदेश के बाद हॉस्टल में रह रहे छात्रों ने विरोध जताया है. मगध विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो दिनों के अंदर हॉस्टल को खाली कराने का निर्देश जारी किया है व इसके बाद छात्रों ने मंगलवार को प्रशासकीय भवन पहुंच कर विरोध जताया. मगध विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट छात्रावास में रहनेवाले छात्रों ने इसे छात्रों की परेशानी बढ़ाने वाला कदम बताया है. उन्होंने कहा कि दूर-दराज के छात्रों के लिए इस कारण परेशानी बढ़ जायेगी व उन पर आर्थिक बोझ भी बढ़ेगा. अन्य कई समस्याओं से छात्रों को दो-चार होना पड़ेगा. इस संबंध में मगध विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू प्रो ब्रजेश कुमार राय ने बताया कि मगध विश्वविद्यालय द्वारा आइआइएम बोधगया को जमीन हस्तांतरित किये जाने के तहत उक्त छात्रावास भी हस्तांतरित जमीन क्षेत्र में स्थित है. इस कारण आइआइएम बोधगया की मांग के अनुरूप हॉस्टल को खाली करने का निर्देश जारी किया गया है. उन्होंने बताया कि जल्द ही 200 बेड वाले नवनिर्मित हॉस्टल का उद्घाटन होगा व छात्रों को रखा जायेगा. वैसे, मौजूदा अन्य हॉस्टलों में छात्र-छात्राएं रह रहे हैं व सभी तरह की सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं. उन्होंने यह भी बताया कि हॉस्टलों में रहने वाले छात्रों के बारे में भी समीक्षा की जायेगी.
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