गया. वित्तीय वर्ष 2024-25 में सेल्स टैक्स विभाग मगध प्रमंडल में गया से बेहतर कैमूर जिले का परफॉर्मेंस रहा. लक्ष्य की तुलना में कैमूर द्वारा 8.21 प्रतिशत अधिक की कर वसूली की गयी. मगध प्रमंडल वाणिज्य कर विभाग के अधीन कैमूर, औरंगाबाद, नवादा, जहानाबाद, रोहतास, गया-एक व गया-दो शामिल है. कैमूर में 182.59 करोड़ रुपये लक्ष्य की तुलना में 197.58 करोड़ रुपये यानी 108.21 प्रतिशत कर की वसूली की गयी. औरंगाबाद में 337.85 करोड़ रुपये के लक्ष्य की तुलना में 345.49 करोड़ रुपये यानी 102.96 प्रतिशत कर की वसूली हुई. नवादा में 142.05 करोड़ रुपये के लक्ष्य की तुलना में 139.78 करोड़ रुपये यानी 98.41 प्रतिशत कर की वसूली की गयी. जहानाबाद में 69.82 करोड़ रुपये के लक्ष्य की तुलना में 67.35 करोड़ रुपये यानी 96.46 प्रतिशत कर की वसूली की गयी. रोहतास में 372.66 करोड़ रुपये के लक्ष्य की तुलना में 352.21 करोड़ रुपये यानी 94.51 प्रतिशत कर की वसूली हुई. गया- एक में 400.34 करोड़ रुपये लक्ष्य की तुलना में 370.22 करोड़ रुपये यानी 92.45 प्रतिशत कर की वसूली की गयी. जबकि गया- दो में 315.91 करोड़ रुपये लक्ष्य की तुलना में 292.51 करोड़ रुपये यानी केवल 92.45 प्रतिशत ही कर की वसूली हो सकी. वहीं पूरे मगध प्रमंडल की बात करें तो 1821.21 करोड रुपये लक्ष्य की तुलना में 1764.93 करोड़ यानी 96.91 प्रतिशत कर की वसूली की गयी.
वित्तीय वर्ष 2023-24 की तुलना में 164.17 करोड़ रुपये की हुई अधिक वसूली
मगध प्रमंडल वाणिज्य कर अपर आयुक्त (प्रशासन) मोहन कुमार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 की तुलना में वित्तीय वर्ष 2024-25 में मगध प्रमंडल के इन सभी आठ जिलों से कुल मिलाकर 164.17 करोड रुपये यानी 10.26 प्रतिशत अधिक की कर वसूली की गयी. उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में 1624.51 करोड़ रुपये लक्ष्य की तुलना में 1600.76 करोड रुपए यानी 98.54 प्रतिशत कर की वसूली हुई थी, जो इस वित्तीय वर्ष 2024-25 में 18 21.21 करोड़ रुपये लक्ष्य की तुलना में 1764.93 करोड रुपये यानी 96.91 प्रतिशत कर की वसूली की गयी है.केवल गया में हैं 14 हजार 700 जीएसटी होल्डर
अपर आयुक्त मोहन कुमार ने बताया कि गया एक व गया दो में कुल मिलाकर 14 हजार 700 कारोबारी हैं जो जीएसटी जमा कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इनमें 7700 गया एक के जीएसटी होल्डर हैं. अपर आयुक्त ने बताया कि पूरे मगध प्रमंडल में जीएसटी धारकों की संख्या 30 हजार से अधिक की है. उन्होंने बताया कि इसका सही सही जानकारी संभव नहीं है, क्योंकि प्रतिदिन जीएसटी लेने वालों की संख्या घटती व बढ़ती रहती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है