गया.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मंगलवार को इंटर के आर्ट्स, कॉमर्स व साइंस संकाय की रिजल्ट की घोषणा की. घोषित रिजल्ट में गया के इमामगंज के प्लस टू ज्ञान भारती हाइ स्कूल जगलालनगर का छात्र सुधीर कुमार का पुत्र अंकित कुमार ने कला संकाय में राज्य में तीसरा स्थान प्राप्त किया है. अंकित को 470 मार्क्स मिले. जबकि, राज्य के आर्ट्स टॉपर का 473 मार्क्स मिले हैं. वहीं, प्लस टू जिला स्कूल की छात्रा सह गया शहर के अशोक विहार कॉलोनी के पांच नंबर गली निवासी अर्चना मिश्रा पिता दीनानाथ मिश्रा व मां गृहिणी कंचना मिश्रा ने सूबे में पांचवां स्थान प्राप्त की. अर्चना को 468 अंक प्राप्त हुए. अर्चना के पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं. अर्चना दो बहन और एक भाई हैं. बड़ी बहन अपराजिता मिश्रा प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनी में जॉब करती है. वही भाई प्रशांत मिश्रा भी कला संकाय से ही एमए के विद्यार्थी हैं. अर्चना ने बताया कि उन्हें अपने जीवन में आगे यूपीएससी की तैयारी करना है. उसने इस प्रोफेशन को अपना लक्ष्य बनाया है. अर्चना ने हरानचन्द्र हाइ स्कूल से मैट्रिक किया. अर्चना मैट्रिक में भी स्कूल टॉपर रही. मैट्रिक में उसे 445 अंक प्राप्त हुए थे. वहीं, साइंस में राज्य में तीसरा स्थान पाने वाले छात्र रवि कुमार गया के फतेहपुर का रहने वाला है. पटना कॉलेजिएट स्कूल पटना से पढ़ाई की है.साइकिल से 10 किलोमीटर दूर जाता था कोचिंग करने
इमामगंज. लक्ष्य को केन्द्र बिंदु में रखकर सच्चे लगन और कठिन परिश्रम करते हुए अपना मंजिल को पाया जा सकता है. पढाई तपस्या है, जो जितना तप करता है उसे उतना फल जरूर मिलता है. ये बातें बिहार इंटर की परीक्षा के रिजल्ट जारी होने के बाद कला संकाय (आर्ट्स) में 470 अंक लाकर बिहार में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले इमामगंज प्रखंड के एकम्बा गांव के रहने वाले सुधीर कुमार राय के पुत्र अंकित कुमार ने कही. उसने बताया कि रिजल्ट लाइव देख रहा था. उसी से पता चला कि मैं बिहार में तीसरा स्थान लाया हूं. इधर, जैसे ही अंकित कुमार का रिजल्ट की सूचना ग्रामीणों की हुई वैसे ही लोग घर पहुंच कर मिठाई खिलाते हुए उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद दिया. ग्रामीणों ने बताया कि एक साधारण किसान के पुत्र अंकित ने अपने परिश्रम से यह कर दिखलाया है. अंकित ने बताया कि लगभग 10 किलोमीटर की दूरी तय कर प्रतिदिन साइकिल चलाकर कोचिंग में पढाई किया करता हूं. इसके अलावा घर पर विषयवार पढाई कर इस मुकाम तक पहुंचा हूं. इस सफलता का श्रेय अंकित ने अपने माता पिता के साथ ही साथ गुरुजनों को दिया है. उसने बताया कि मेरा लक्ष्य सिविल सर्विसेज की तैयारी कर आइएएस बनकर गांव समाज में फैली अंधकार को दूर करना है. उसने बताया कि मेरे पिता सुधीर कुमार राय किसान है और माता मंजु देवी गृहणी है. छोटा भाई आयुष कुमार 10वीं की परीक्षा दिया है. अंकित ने बताया कि वर्ष 2023 में मैंने मैट्रिक की परीक्षा में जिला में तीसरा स्थान प्राप्त किया था. इधर बधाई देने वालों में डीएसपी अमित कुमार, बीडीओ संजय कुमार, थानाध्यक्ष अमित कुमार, जदयू जिला उपाध्यक्ष अवधेश प्रसाद सहित अन्य लोग शामिल है.
दादा से मिली साइकिल ही बना सफलता का श्रेय
बिहार में इंटर का रिजल्ट घोषित होने के बाद बिहार में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले अंकित के पिता सुधीर कुमार राय ने अंकित से जुड़ा एक वाक्या बताया कि प्रारंभिक शिक्षा जब पूरी हो गयी. तब अंकित आगे की पढ़ाई के लिए घर में साइकिल लेने का जिद करने लगा. लेकिन, आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण साइकिल खरीदने में परेशानी हो रही थी. तब अंकित गुस्से में आकर लगभग एक सप्ताह तक पढाई लिखाई बंद कर दिया. उसके बाद अंकित के दादा ने एक साइकिल खरीद दिया. उसी से आज भी वह गांव से निकल कर दस किलोमीटर दूर इमामगंज व रानीगंज कोचिंग जाया करता था.
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