गया़ रेलवे ने चैती नवरात्र व छठ पूजा को देखते हुए अहम कदम उठाया है. 30 मार्च से लेकर छह मार्च तक चैती नवरात्र है. वहीं एक अप्रैल से चार अप्रैल तक चैती छठ भी है. इसलिए व्रतियों की भीड़ व सुविधाओं को ख्याल में रखते हुए नवरात्र के दौरान ट्रेनों के पेंट्रीकार में बिना लहसुन-प्याज का खाना भी उपलब्ध होगा. यात्री अगर चाहेंगे तो उन्हें बिना लहसुन-प्याज का खाना पैंट्रीकार से मिल जायेगा. यह सुविधा 30 मार्च से लागू कर दी गयी जायेगी. इसके अलावा स्टेशनों पर संचालित स्टॉल संचालकों को भी इसके लिए निर्देश दिया गया है. मेनू में भी बदलाव कर दाल-बाटी और चूरमा, पनीर मखनी, गट्टे की सब्जी को शामिल किया गया है. खानपान मैनेजर बताते हैं कि नवरात्र में यात्री फलाहारी और वेज खाना ही पसंद करते हैं. गया रेलवे स्टेशन से खुलने व गुजरनेवाली सभी ट्रेनों के पेंट्रीकार मैनेजर को निर्देश दिया गया है.
व्रतधारियों के लिए विशेष व्यवस्था
व्रतधारियों को सेंधा नमक के साथ आलू-जीरा और मीठे में साबूदाने की खीर दी जायेगी. नाश्ते में केला व सेब आदि भी दिये जायेंगे. प्रतिदिन 40 से 50 व्रतधारियों को फलाहारी थाली व फ्रूट प्लेट उपलब्ध कराया जायेगा. पहली थाली में फल, पकौड़े और दही मिलेंगे. जबकि दूसरी थाली में पराठे, साबूदाने की खिचड़ी और अलग-अलग तरह के तीन सब्जियां रहेंगी. तीसरी थाली में आलू की सब्जी, दो पराठे और साबूदाने की खीर मिलेगी. चौथी थाली में आलू के पराठे और पनीर के पराठे मिलेंगे. आइआरसीटीसी की मानें तो रेल यात्री फलाहारी भोजन का भी ऑर्डर कर सकेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

