गया न्यूज : गया कॉलेज में कार्यक्रम का किया गया आयोजन
वरीय संवाददाता, गया.
बाल श्रम उन्मूलन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. 21वीं सदी में यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ बच्चे पारिवारिक संकटों व सामाजिक परिस्थितियों का शिकार होकर बाल श्रम करने को मजबूर हैं. बच्चों के बीच नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बाल श्रम व उसके दुष्प्रभावों पर विस्तारित चर्चा की गयी. यह बातें गया कॉलेज के शिक्षा शास्त्र विभाग के बीएड प्रथम वर्ष के प्रशिक्षुओं के इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत बुधवार को बाल श्रम उन्मूलन दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ धनंजय धीरज ने कहीं.उन्होंने कहा कि देश और समाज को बाल श्रम से मुक्त किया जाये. क्योंकि, बाल श्रम राष्ट्र विकास में बाधक है. मौके पर शिक्षकों कर्मचारी एवं बीएड प्रशिक्षुओं तथा समाज के सभी हित धारकों से उन्होंने कहा कि देश के नौनिहाल का स्थान विद्यालय में खेल के मैदान में, शोध के क्षेत्र में व जीवन के अन्य ऊंचाइयों को छूने में है. किसी भी सूरत में देश के नौनिहालों को बाल श्रम के कुचक्र से बचाना हम सबों का राष्ट्रीय धर्म है. कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज के प्राचार्य सतीश सिंह चंद्र के निर्देश पर किया गया. शिक्षा शास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापिका सह पर्यवेक्षक निखत परवीन ने कहा कि प्रशिक्षुओं द्वारा सह शैक्षणिक गतिविधियों का आयोजन काबिले तारीफ है. समाज के लोगों को बाल श्रम उन्मूलन के लिए कार्यक्रम के माध्यम से अच्छा संदेश दिया गया है. इसके लिए सभी का साथ जरूरी है.
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