गया : बिहारमें गया के इमामगंज थाना क्षेत्र के गुरिया में माओवादियों ने पोस्टरवबैनर चिपकाया है. पुलिस कॉम्बिंग ऑपरेशन का करारा जवाब देते हुए माओवादियोंनेपूर्व मुख्यमंत्री जीतनराममांझी से भी कई सवाल पूछेहै. पोस्टर के माध्यम सेमाओवादियों द्वारा डुमरी नाला मुठभेड़ पर पूर्व सीएम के बयान का विरोध जताया गया है. पूर्व सीएम मांझी ने मुठभेड़ में शहीद हुए दस जवानों की घटना के बाद कहा था ऐसी घटनाओं को नक्सली अंजाम नहीं देते. साथ हीमाओवादियोंने पुलिस मुखबिर विजय यादव कोभी धमकी दी है.
भाकपा-माओवादियों ने पोस्टर और बैनर लगा कर जीतनराम मांझी के इलाके में ही नक्सलियों ने उनसे कई सवाल पूछे हैं. माओवादियों ने मांझी से पूछा है कि वे महादलित जाति से आते है लेकिन उनका चरित्र सामंती-पूंजीवादी में क्यों बदल गया है. माओवादियों ने पूर्व सीमए से पूछा है कि भाजपा, आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, शिव सेना द्वारा पूरे देश में दलित, महादलित व अल्पसंख्यक वर्गों पर लगातार हमला किया जा रहा है. बावजूद इसका विरोध नहीं कर उनका समर्थन करना आपकी कौन सी नैतिकता है.
वहीं, पोस्टर लगाये जाने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बैनर और पोस्टर को जब्त कर लिया और थाने ले गयी. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है.
गौरतलबहो कि इमामगंज का इलाकामाओवादी बाहुल्य है. बाजार में नक्सलियों की इस कार्रवाई के बाद हड़कंप मचा है. मांझी गया जिले से ही आते हैं और वो इसी क्षेत्र यानि इमामगंज विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व भी करते हैं.यहांके जमुनिया गांव में गांव में वर्ष 2008 में माओवादियों के द्वारा विस्फोट कर लालो यादव के मकान को उड़ा दिया गया था.