गया: आदित्य सचदेवा हत्याकांड का अनुसंधान कार्य पूरा होने के बाद अब उसकी चार्जशीट अदालत को सौंपने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. इसी क्रम में डीआइजी सौरभ कुमार ने रविवार को एसएसपी गरिमा मलिक व सिटी एसपी अवकाश कुमार की उपस्थिति में चार्जशीट की समीक्षा की व आवश्यक निर्देश दिये.
अपने कार्यालय में समीक्षा करते हुए डीआइजी ने आदित्य सचदेवा हत्याकांड से जुड़े हर पहलुओं पर चर्चा की व एफएसएल की रिपोर्ट के हिसाब से तैयार किये गये चार्जशीट अदालत को सौंपने को कहा. इस दौरान आगामी 10 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गया आगमन पर सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर की जाने वाली तैयारी का भी डीआइजी ने जायजा लिया व सुरक्षा के सभी पहलुओं पर नजर रखने का निर्देश दिया. डीआइजी ने लंबित मामलों के निबटारे पर भी जोर देने को कहा है. एसएसपी गरिमा मलिक ने बताया कि मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर की जाने वाली सुरक्षा-व्यवस्था के साथ ही आदित्य सचदेवा हत्याकांड मामले में तैयार चार्जशीट की समीक्षा की गयी. उन्होंने बताया कि अगले दो-तीन दिनों में चार्जशीट सौंपे जाने की तैयारी है. समीक्षा बैठक में रामपुर व बोधगया थानों के इंस्पेक्टर भी उपस्थित हुए.
पूर्व एमएलसी की सुरक्षा पर मांगी गयी रिपोर्ट
गया. पूर्व विधान पार्षद अनुज सिंह को प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी द्वारा जान से मारने व उनके पैतृक घर को उड़ाने की धमकी के बाद उनकी सुरक्षा की समीक्षा की जा रही है. एमएलसी को वर्तमान में मुहैया करायी गयी सुरक्षा के अलावा और कितनी सुरक्षा की जरूरत है, इसकी पड़ताल की जा रही है. संबंधित डीएसपी से रिपोर्ट मांगी गयी है और जिला सुरक्षा समिति की अनुशंसा का भी इंतजार किया जा रहा है. एसएसपी गरिमा मलिक ने बताया कि पूर्व एमएलसी अनुज सिंह को फिलहाल दो सुरक्षा गार्ड मुहैया कराये गये हैं और उनकी सुरक्षा की समीक्षा भी की जा रही है.
जरूरत पड़ने पर व जिला सुरक्षा समिति की अनुशंसा के अनुसार कुछ और सुरक्षाकर्मियों को भी उनके साथ तैनात किया जायेगा. गौरतलब है कि विगत 25 मई को डुमरिया के लोजपा प्रखंड अध्यक्ष सुदेश पासवान व उनके चचेरे भाई सुनील पासवान की हत्या के बाद पूर्व एमएलसी अनुज सिंह ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की थी व हत्याकांड की निंदा की थी. इसके बाद भाकपा माओवादी संगठन की ओर से फोन कर अनुज सिंह को बयानबाजी करने से परहेज करने की चेतावनी दी गयी थी. उन्हें कहा गया था कि लोजपा नेता सुदेश पासवान की तरह उनका भी वही हश्र कर दिया जायेगा.
इसे लेकर संगठन की ओर से पोस्टर भी चिपकाये गये थे. हालांकि, अनुज सिंह ने इसकी लिखित शिकायत गया स्थित रामपुर थाने में भी की थी. इस बारे में अनुज सिंह ने बताया कि सुदेश पासवान एनडीए गंठबंधन के लोजपा के प्रखंड अध्यक्ष थे. वह उनके चुनाव अभिकर्ता भी थे. इस कारण उनकी हत्या पर प्रतिक्रिया देना लाजिमी है.
उन्होंने बताया कि उन्हें फोन कर धमकाया गया है, जिसकी शिकायत थाने से लेकर एसएसपी, डीआइजी व डीजीपी तक कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि उनका पैतृक गांव भी डुमरिया क्षेत्र में है और गांव से उनका आना-जाना लगा रहता है.