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गया : पॉलीथिन, नशा व कचरामुक्त शहर बनाने के लिए चलाया जा रहा अभियान
गया : पॉलीथिन बंद के अभियान को सफल बनाने में हर किसी को सहयोग करना चाहिए, क्योंकि जुर्माना देना कोई विकल्प नहीं है. इससे अच्छा है कि क्यों न अपनी कुछ आदतों में सुधार लाकर इस अभियान को पूरी तौर से सफल बना दें. पॉलीथिन के कारण जानवरों की जान जाती ही है, इससे लोगों […]
गया : पॉलीथिन बंद के अभियान को सफल बनाने में हर किसी को सहयोग करना चाहिए, क्योंकि जुर्माना देना कोई विकल्प नहीं है. इससे अच्छा है कि क्यों न अपनी कुछ आदतों में सुधार लाकर इस अभियान को पूरी तौर से सफल बना दें. पॉलीथिन के कारण जानवरों की जान जाती ही है, इससे लोगों के शरीर में भी हानि पहुंचती है.
ये बातें नगर निगम सभागार में डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने गुरुवार को कहीं. उन्होंने कहा कि अभियान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक, सेक्टर सभा व संकल्प सभा निगम की ओर से की जा रही है. इसमें कई नामचीन कलाकार, कवि, गायक आदि को बुलाया जा रहा है.
डिप्टी मेयर ने कहा कि अगर 40 रुपये का टमाटर खरीदने बाजार जाते हैं और पॉलीथिन के कैरीबैग में लेकर आते वक्त पांच हजार रुपये जुर्माना देना पड़ता है, तो टमाटर का दाम पांच हजार 40 रुपये हो जायेंगे. इससे बचने के लिए बाजार में घर से थैला लेकर जाएं. उन्होंने कहा कि नशा के कारण एक परिवार या व्यक्ति नहीं बर्बाद होता, बल्कि पूरा समाज ही दूषित हो जाता है.
नशामुक्ति के लिए सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान को सफल बनाने में समाज के हर वर्ग को साथ देना होगा. इसके साथ ही शहर को स्वच्छ रखने के लिए डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन किया जा रहा है. हर घर में निश्चित समय पर निगम के सफाई कर्मचारी कचरा लेने पहुंचते हैं. घर में कचरा जमा करने के लिए दो-दो डस्टबीन दिये गये हैं.
एक में सूखा व दूसरे में गीला कचरा जमा करना है. अपेक्षित सहयोग अब तक लोगों का हर काम में मिलता रहा है. अब लोग पॉलीथिन बंद में भी सहयोग करें. नगर निगम की ओर से लोगों को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. इस मौके पर मेयर वीरेंद्र कुमार व नगर आयुक्त डॉ ईश्वर चंद्र शर्मा मौजूद थे.
सरकार का कदम सराहनीय, पर कड़ाई से हो लागू
गया : 23 दिसंबर से प्रदेश में पॉलीथिन के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लग जायेगा. इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी हैं. नगर निगम द्वारा वार्डों में नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. लोग भी पॉलीथिन पर लगने वाले प्रतिबंध को सही मानते हैं.
हालांकि उनका कहना है कि सिर्फ पॉलीथिन बैग के बजाये सरकार हर तरह के पॉलीथिन पर रोक लगा दें. प्रभात खबर ने शहर के अलग-अलग लोगों से उनकी राय जानी.
गया : 10 दिनों की और मिली मोहलत, फिर होगा जुर्माना
गया : जिला प्रशासन व नगर निगम ने शहर में पॉलीथिन बंद को 14 दिसंबर से प्रभावी बनाने के लिए पूरी तैयारी कर रखी थी, लेकिन सरकार ने लोगों को 10 दिनों की और मोहलत दी है. इसके बाद भी लोग जागरूक नहीं हुए और पॉलीथिन का इस्तेमाल करते रहे, तो उन्हें हर हाल में जुर्माना भी भरना पड़ेगा.
गुरुवार से पॉलीथिन पर पूर्ण प्रतिबंध लग जाना था, लेकिन अब यह प्रतिबंध 23 दिसंबर से प्रभावी हाेगा. सभी तरह के प्लास्टिक कैरी बैग के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध व जुर्माना संबंधित गजट प्रकाशन की तिथि के 60 दिनों बाद (संशोधित तिथि) लागू किया जायेगा.
प्लास्टिक कैरी बैग के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए बिहार प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन नियमावली -2018 का क्रियान्वयन शहरी स्थानीय निकाय क्षेत्र में किया जाना है.
23 दिसंबर से 50 माइक्रोन से नीचे वाले प्लास्टिक कैरी बैग को पूर्णतः प्रतिबंधित कर दिया जायेगा. इसका क्रियान्वयन शहरी निकायों व स्थानीय प्रशासन के द्वारा किया जाना है. इस तिथि के बाद प्लास्टिक के प्रयोग पर जुर्माना का प्रावधान किया गया है.
इनमें मोटाई व आकार का विचार किये बिना प्लास्टिक कैरी बैगों के उत्पादन, वितरण, व्यवसाय, भंडारण व विक्रय पर पहली बार में दो हजार रुपये, दूसरी बार में 3000 रुपये व प्रत्येक बार दोहराये जाने पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाया जायेगा. इस बीच नगर निगम शहर में बैनर, होर्डिंग व नुक्कड़ नाटकों के जरिये लोगों को पॉलीथिन का इस्तेमाल न करने के प्रति जागरूक कर रहा है.
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