भिक्षुओं के चीवरदान समारोह का हुआ समापन
बोधगया : बौद्ध परंपरा के अनुसार, बरसात में तीन महीने तक वर्षावास में रहने वाले बौद्ध भिक्षुओं को बौद्ध श्रद्धालुओं द्वारा किया जानेवाला चीवरदान समारोह का गुरुवार को समापन हो गया. आश्विन पूर्णिमा से कार्तिक पूर्णिमा के बीच बौद्ध भिक्षुओं को चीवर व दैनिक उपयोग की सामग्री दान की जाती है व भिक्षुओं से आशीर्वाद […]
बोधगया : बौद्ध परंपरा के अनुसार, बरसात में तीन महीने तक वर्षावास में रहने वाले बौद्ध भिक्षुओं को बौद्ध श्रद्धालुओं द्वारा किया जानेवाला चीवरदान समारोह का गुरुवार को समापन हो गया. आश्विन पूर्णिमा से कार्तिक पूर्णिमा के बीच बौद्ध भिक्षुओं को चीवर व दैनिक उपयोग की सामग्री दान की जाती है व भिक्षुओं से आशीर्वाद करते हैं.
भिक्षुओं को श्रद्धालुओं द्वारा चीवरदान किया जाता है. श्रीलंका बौद्ध मठ, बांग्लादेश बौद्ध मठ के साथ ही अन्य बौद्ध मठों में भी चीवरदान समारोह आयोजित किये गये. वट् लाओ बोधगया इंटरनेशनल बौद्ध मठ में भी समारोह आयोजित कर भिक्षुओं को चीवर दान किये गये.
यहां भंते बुमनी किटिधम्माबबो के नेतृत्व में वट् लाओ बौद्ध मठ के इंचार्ज वेन साइसाना बोधवोंग, भंते अलिया, भंते पोन, भंते खाव, भंते अनोआय, भंते नन व थाइलैंड से आये भिक्षु वेन धम्मानन रूंगरविनांथन्ड सहित नन होंगक्यो थेपसौरिनथोर्न सहित अन्य को श्रद्धालुओं ने चीवर दान किये.
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