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सप्ताह में दो दिन गया में काम करेगी नयी बाल कल्याण समिति
गया : बच्चों की सुरक्षा व पुनर्वास का काम देखने वाली बाल कल्याण समिति अब जिले में दो दिन ऐसे मामलों का निबटारा करेगी. इसमें विभिन्न जगहों से छुड़ा कर लाये गये बाल श्रमिकों के मामले तेजी से निष्पादित होंगे. गौरतलब है कि हाल ही में राज्य सरकार ने अरवल बाल कल्याण समिति को गया […]
गया : बच्चों की सुरक्षा व पुनर्वास का काम देखने वाली बाल कल्याण समिति अब जिले में दो दिन ऐसे मामलों का निबटारा करेगी. इसमें विभिन्न जगहों से छुड़ा कर लाये गये बाल श्रमिकों के मामले तेजी से निष्पादित होंगे. गौरतलब है कि हाल ही में राज्य सरकार ने अरवल बाल कल्याण समिति को गया व औरंगाबाद का प्रभार दिया है. यहों समिति ने काम करना शुरू भी कर दिया है, लेकिन जिले में यह समिति किस दिन काम करेगी, इसे लेकर थोड़ा संशय बना हुआ था.
हाल ही में जिला बाल संरक्षण इकाई के प्रभारी सहायक निदेशक मोहम्मद कबीर ने समिति को एक पत्र लिख कहा कि वह सोमवार व गुरुवार को गया में काम करेगी.
पूर्व में चार सदस्यीय समिति देख रही थी काम
गौरतलब है कि जिले में पहले चार सदस्यीय बाल कल्याण समिति काम कर रही थी. इसके अध्यक्ष मनोज कुमार सिन्हा थे, जबकि अनिल कुमार, शिवदत्त व महेश सिंह अन्य सदस्य थे. इस समिति का कार्यकाल सरकार ने बढ़ा भी दिया था. हाल ही में समिति को खत्म कर दिया गया है. जिला बाल संरक्षण इकाई से जुड़े अधिकारियों की मानें तो इस समिति के कई सदस्य कई बार से समिति में बने हुए थे. इसे देखते हुए सरकार ने नयी समिति का गठन कर उसे कार्यभार सौंपा.
तीन सदस्यीय समिति
अरवल जिला बाल कल्याण समिति तीन सदस्यीय है. इसकी अध्यक्ष गीता कुमार मंडल हैं, जबकि अमरेश तिवारी व संजीव पाठक इसके सदस्य है. हालांकि तीन जिलों की जिम्मेदारी मिलने से समिति के लिए काम करना आसान नहीं होगा. क्योंकि बाल श्रमिक के मामले में गया प्रदेश में सबसे बदनाम जिले के रूप में जाना जाता है. समिति की अय्यक्ष व सदस्य जिला बाल संरक्षण इकाई के कार्यालय में बैठेंगे.
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