गया : सबके कहते-कहते थक गलिओ, अब बिना झड़ुआ-बढ़नी चलौले पानी मिले वाला ला न हो. उक्त बातें वार्ड नंबर छह के बम बाबा मुहल्ले में लोगों ने पानी की समस्या को लेकर अपना दर्द व्यक्त करते हुए कही. लोगों ने कहा कि पानी के चलते हमनी के लइकन स्कूल न जा हो. अफसरवन के बेटा-बेटी के पानी ढोबे पड़ई तब न हमनी के दुख समझ में आवइ. यह दर्द शहर के किसी एक मुहल्ला के लोगों का नहीं है बल्कि कई मुहल्लों में एक जैसी स्थिति है.
सुबह से ही लोग पूरे परिवार के साथ पानी के इंतजाम में लग जाते हैं. समय पर कोई स्कूल व ऑफिस तक पानी के चक्कर में नहीं जा पा रहा है. नगर निगम के अधिकारियों ने गर्मी से पहले कई बैठकें कर पेयजल संकट से निबटने की बात कही थी. लेकिन, गर्मी शुरू होते ही हर जगह पर समस्या भी दोगुनी सामने आने लगी है. वार्ड नंबर छह के ठाकुरबाड़ी, संजय नगर, बमबाबा, रामशिला व शिव गली मुहल्ले में लोगों के बीच पानी के लिए त्राहिमाम मचा है.
अन्य मुहल्लों में भी स्थिति खराब : इसके साथ ही वार्ड नंबर 38 के नादरागंज, मल्लाह टोली, खजांची गली, दरगाह, छोटी दरगाह, कोइरीबारी, रेहट गोदाम गली, नौवागढ़ी व राजेंद्र आश्रम मुहल्ला शामिल हैं. यहां के लोगों को टैंकर से पानी दिया जा रहा है. टैंकर पहुंचते ही पानी के लिए लोगों में मारामारी होने लगती है. टैंकर के पानी से यहां के लोगों की जरूरत पूरी नहीं हो पा रही है. वार्ड नंबर 33, 35 में हालत कुछ अलग नहीं है. सभी जगहों पर पाइपलाइन बिछाये गये हैं. लेकिन, पानी लोगों के घरों तक नहीं पहुंच रहा है.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
सुबह से ही पानी को इंतजाम करने में लगना पड़ता है. इतना ही नहीं मुहल्ले का चापाकल खराब रहने व पाइपलाइन से वाटर सप्लाइ नहीं होने के कारण रेलवे क्वार्टर से पानी लाना पड़ता है. अधिकारी से लेकर सब लोगों को कहते-कहते थक गये हैं.
घर में शादी है पानी बंद होने से बहुत परेशानी हो रही है. पीने के लिए खरीद कर पानी ले आते हैं, पर अन्य कामों के लिए पानी खरीदना संभव नहीं हो पाता है. दूर से साइकिल पर घर के पुरुष पानी ढाेते हैं. घर में पानी भरने का काम हमलोगाें को करना होता है.
