टिकारी: बिहार संयुक्त प्रवेश परीक्षा के तहत इंजीनियरिंग की परीक्षा में ओबीसी सीट में शमशाद अख्तर ने 93वां रैंक प्राप्त किया है. परीक्षा परिणाम आते ही नगर पंचायत क्षेत्र के छावनी मुहल्ले के रहनेवाले एक साधारण परिवार में खुशी की लहर दौड़ गयी.
इस परिवार के बेटे शमशाद अख्तर ने विपरीत हालात में भी इंजीनियरिंग करने की ठान ली और उसने बिना किसी अभाव की परवाह किये तैयारी में जुट गया और सफलता हासिल की. इंजीनियरिंग की बिहार संयुक्त प्रवेश परीक्षा में 93वां रैंक लाकर अपने माता-पिता का नाम रोशन करने के साथ साथ टिकारी का भी नाम रोशन किया है.
शमशाद के पिता मोहम्मद शहाबुद्दीन अंसारी उर्फ साबू पेशे से दर्जी हैं और एक छोटा से दुकान में कपड़ा सिलाई कर पूरे परिवार का भरण-पोषण करते हैं. बेटे की इस सफलता को देख वह गौरवांवित महसूस कर रहे है. तीन भाई व दो बहनों में सबसे छोटे शमशाद अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व बड़े भाई शादाब अख्तर को दिया है. शमशाद की 10वीं तक की पढ़ाई टिकारी के ठाकुर मुनेश्वर नाथ सिंह उच्च विद्यालय से हुई व 12वीं की शिक्षा एसएन सिन्हा महाविद्यालय में हुई थी. शमशाद ने बिहार राज्यस्तरीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा में सामान्य श्रेणी में 329वां रैंक व आरक्षित श्रेणी में 93वीं रैंक प्राप्त किया है. शमशाद इलेक्ट्रिकल से इंजीनियरिंग कर सिविल सेवा की परीक्षा उत्तीर्ण करना चाहता है.