Darbhanga News: अलीनगर. प्रखंड मुख्यालय निवासी मो. मुख्तार के 30 वर्षीय पुत्र मो. बारिक का शव सोमवार को पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया. बता दें कि गत 10 अगस्त को हैदराबाद में सड़क हादसे में बारिक की मौत हो गयी थी. मृतक की पत्नी नाज परवीन, मां फुसीना खातून, पिता मुख्तार, छह वर्षीया पुत्री दरखशां परवीन तथा भाई-बहनों के चीत्कार से वातावरण गमगीन हो उठा. वहीं उसकी मौत पर परिवार पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा है. बताया जाता है कि मो. बारिक एक सप्ताह पहले वहां मजदूरी करने गया था. इससे पहले भी वह मजदूरी के लिए वहां जाया करता था. वह मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता था. उसकी मौत से विधवा सहित इनके तीन बच्चे बेसहारा हो गये हैं. मृतक छह भाई और चार बहनों में चौथे नंबर पर था. छोटा भाई जाहिद भी हैदराबाद में मजदूरी करता था. घटना की जानकारी मिलते ही वह अस्पताल पहुंचा, लेकिन तबतक बारीक की मौत हो चुकी थी. भाई ने बताया कि सड़क दुर्घटना के बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया था. उपचार भी शुरू किया गया, किंतु आधा घंटा के अंदर उसकी मौत हो गयी थी. पोस्टमार्टम एवं आवश्यक पुलिसिंग प्रक्रिया के बाद वायुयान से सोमवार को शव दरभंगा लाया गया. वहां से सड़क मार्ग से शव घर लाया गया. हाट गाछी मैदान में जनाजे की नमाज अदा कर पैतृक कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया गया.
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