Darbhanga News: दरभंगा. डीएमसीएच के नये भवन में सर्जरी व ऑर्थो विभाग शिफ्ट होने के बाद भी मरीज एवं परिजनों की परेशानी कम नहीं हो रही. संख्या के अनुसार अस्पताल में मरीजों को बेड मुहैया कराने में अस्पताल प्रशासन नाकामयाब हो रहा है. ऐसे में कई दिनों तक दर्जनों मरीजों को बेड नसीब नहीं हो पाता है. भीषण गर्मी में बरामदा पर लिटाकर मरीजों का इलाज किया जाता है. बरामदा पर पंखा की व्यवस्था नहीं होने से मरीज एवं परिजन काफी परेशान रहते हैं. बरामदा से परिजन, कर्मी आदि की आवाजाही भी इन मरीजों व परिजनों के लिये कष्ट उत्पन्न करता रहता है. यह स्थिति सर्जरी व ऑर्थो विभाग की है. दोनों विभाग के दर्जनभर से अधिक मरीज अमूमन प्रतिदिन बेड नहीं मिलने के कारण बरामदा पर दिन काटने को मजबूर होते हैं. पांव में फ्रैक्चर या अन्य असहज स्थिति वाले मरीजों को अधिक तकलीफ झेलनी पड़ती है. इनके इलाज में चिकित्सकों को भी परेशानी झेलनी पड़ती है.
बेड से अधिक रहती मरीजों की संख्या
विभागीय कर्मियों की मानें तो दोनों विभाग में हमेशा मरीजों की संख्या उपलब्ध बेड से अधिक रहती है. इस कारण सभी मरीजों को बेड नहीं मिल पाता है. बेड खाली होने की स्थिति में उनको बेड दिया जाता है. इस दरम्यान उनलोगों से नोकझोंक भी हो जाती है. बताया गया कि सर्जरी विभाग में छह यूनिट संचालित है.
पूरी रात मच्छर के काटने से रहे परेशान
फर्श पर इलाजरत मधुबनी निवासी सोहन सिंह, सीतामढ़ी निवासी लोकेश कुमार आदि मरीज व परिजनों ने बताया कि बरामदा पर रहने में काफी परेशानी है. गर्मी तथा मच्छरों के काटने से रातभर नींद नहीं आती. बैठकर रात बितानी पड़ती है. बताया कि अस्पताल की ओर से मरीज को गद्दा दिया जाता है. कहा कि अंधेरा रहने के कारण मच्छरों का प्रकोप रात में बढ़ जाता है.क्या कहते हैं उपाधीक्षक
मौजूदा व्यवस्था में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने की कोशिश की जाती है. लेकिन मरीजों की संख्या के मद्देनजर बेड कम पड़ जाते हैं. इस समस्या को दूर करने का प्रयास किया जायेगा.डॉ सुरेंद्र कुमार, उपाधीक्षक
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