Darbhanga News: बेनीपुर. पोहद्दी पंचायत के लोगों को एक बार फिर जलसंकट उत्पन्न होने की चिन्ता सताने लगी है. हालांकि कई वर्षों से भू-गर्भीय जलस्तर के नीचे खिसक जाने से कई वार्डों के चापाकल सूखते ही पंचायत में पेयजल की समस्या उत्पन्न हो जाती है. इसे देखते हुए सभी वार्डों में नल-जल की व्यवस्था की गयी, जिसे बाद में पीएचइडी के अधीन कर दिया गया. वहीं पीएचइडी द्वारा समुचित रख-रखाव नहीं किए जाने के कारण अधिकांश वार्ड का नल-जल बंद पड़ा हुआ है. इस साल चैत माह में ही भू-गर्भीय जलस्तर के सामान्य से अधिक नीचे चले जाने के कारण पंचायत के कई वार्डों के चापाकलों ने पानी देना बंद कर दिया है. इससे लोगों के सामने पेयजल की समस्या उत्पन्न होने लगी है. जलस्तर नीचे खिसक जाने के कारण पंचायत के वार्ड चार, छह, सात, 10 व 11 में अधिकांश चापाकल हांफने लगे हैं. लोगों को पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. वार्ड चार की सदस्या गुड़िया देवी ने बताया कि पीएचइडी द्वारा लगाये गये नल कहने के लिए तो चालू है, लेकिन वार्ड की लगभग सौ परिवार इस योजना के लाभ से वंचित हैं. निजी स्तर पर लगे चापाकल ने पानी देना बंद कर दिया है. वहीं वार्ड पांच की सदस्या रंजना देवी का कहना है कि नल-जल से नियमित पानी नहीं मिल रहा है. वार्ड 11 की सदस्या मुंद्रिका देवी के अनुसार वार्ड का नल-जल बंद है. अधिकांश चापाकलों ने धीरे-धीरे पानी देना बंद करने लगे हैं. कुछ ऐसा ही वार्ड 10 के सदस्य सुशील पासवान का भी कहना है. इधर वार्ड एक की सदस्या पूजा कुमारी ने बताया कि नल-जल की पाइप कई जगह क्षतिग्रस्त हैं, इसीलिए लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. चापाकल सूखने लगे हैं. समय रहते इसकी मरम्मति नहीं की गयी, तो इस बार भी लोगों को भीषण जल संकट से जूझना पड़ सकता है. इस संबंध में पीएचइडी के एसडीओ धर्मपाल बैठा ने बताया कि पोहद्दी में 25 से 26 फीट पानी का लेयर नीचे खिसक गया है. इस कारण अधिकांश चापाकलों ने पानी देना बंद कर दिया है. उन्होंने बताया कि सभी वार्डों में लगे नल-जल चालू करने की दिशा में पहल की जा रही है.
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