बहादुरपुर. 80 प्रतिशत लोग खेती-किसानी पर निर्भर हैं. कृषि विभाग द्वारा किसानों को नई तकनीकी की जानकारी होना अति आवश्यक है. ये बातें डीएम राजीव रौशन ने गुरुवार को ऑडिटोरियम परिसर में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) द्वारा आयोजित खरीफ कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में कही. उन्होंने खरीफ फसल के तहत उन्नत किस्म के बीज, मिट्टी की उर्वरा शक्ति बरकरार रखने, समय पर खरीफ फसल की बोआई करने की बात कही. कहा कि कृषि विभाग द्वारा खरीफ फसल के तहत विभिन्न योजनाओं की जानकारी पंचायत स्तर तक पहुंचाने की जरूरत है. इसके लिए उन्होंने व्यापक प्रचार-प्रसार का निर्देश दिया. कहा कि बदलते परिवेश को देखते हुए राज्य सरकार व कृषि विभाग लगातार कृषि यांत्रिकीकरण योजना, उद्यानिकी योजना सहित अन्य योजनाओं में अनुदान देकर किसानों को प्रोत्साहित कर रहा है. कृषि के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकी का प्रभाग एवं फसल विविधिकरण के माध्यम से अधिक से अधिक किसान लाभान्वित हो सकते हैं. उन्होंने युवा पीढ़ी से वैज्ञानिक तरीके से खेती का अनुरोध किया.
वहीं संयुक्त निदेशक (शष्य) संजयनाथ तिवारी ने कहा कि राज्य सरकार व कृषि विभाग द्वारा खरीफ महा अभियान के तहत राज्य स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. प्रखंड स्तर पर खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण का आयोजन दो जून से 21 जून तक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रमंडल के तीनों जिले में जिला व प्रखंड स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन कर किसानों को जागरूक किया जाएगा. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है. प्रभारी जिला कृषि पदाधिकारी डॉ सिद्धार्थ ने खरीफ महा अभियान के तहत चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं पर विस्तार से जानकारी दी. जिला सूचना व जनसंपर्क पदाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने अधिक से अधिक किसानों को जिला के सोशल मीडिया बेबसाइट से संपर्क स्थापित करने का अनुरोध किया. कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ दिव्यांशु शेखर व क्षेत्रीय धान अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिक मो. साजिद हुसैन ने खरीफ फसल के तहत जलवायु अनुकूल खेती करने, जैविक खेती व प्राकृतिक खेती से संबंधित विस्तृत जानकारी दी.
इससे पूर्व कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन डीएम राजीव रौशन समेत अन्य ने दीप प्रज्वलित कर किया. संचालन बीज परीक्षण के सहायक निदेशक अमित रंजन ने किया. कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले कृषि कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.मौके पर उद्यान के सहायक निदेशक नीरज कुमार झा, कृषि अभियंत्रण के सहायक निदेशक डॉ आकांक्षा, प्रक्षेत्र के सहायक निदेशक नगमा सदाब, पौध संरक्षण के सहायक निदेशक मो. शाहिद जमाल, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी हरिमोहन मिश्र, बिरौल के अनुमंडल कृषि पदाधिकारी कविता कुमारी समेत सभी प्रखंडों के बीएओ, कृषि समन्वयक व किसान सलाहकार मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है