Darbhanga News: सिंहवाड़ा. भरवाड़ा कबीर आश्रम के गुरु माता 91 वर्षीया सविता देवी का निधन बुधवार को हो गया. यह जानकारी मिलते ही अंतिम दर्शन के लिए श्रद्धालु कबीर आश्रम पर जुटने लगे. भरवाड़ा, राजो, मलिकपुर, सनहपुर, रामपुरा, भरहुल्ली, रतनपुर समेत कई गांवों से आए श्रद्धालुओं ने अखंड रामधुन संकीर्तन शुरू कर दिया है. बताया जाता है कि उनके अंतिम दर्शन के लिए अन्य प्रदेश सहित नेपाल से भी श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. गुरुवार 17 अप्रैल को कबीर मंदिर के समीप उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. मौके पर मौजूद श्रद्धालुओं ने बताया कि स्व. सत्यनारायण लाल दास उर्फ बौआ साहब की समाधि स्थल के समीप ही गुरुमाता की समाधि स्थल का निर्माण होगा. आश्रम में उनके नेतृत्व में ही दशकों से अन्नपूर्णा भंडारा की व्यवस्था चल रही थी. हर समय वहां भोजन की व्यवस्था रहती थी. प्रधान संत विद्यानंद दास ने बताया कि यह व्यवस्था आगे भी जारी रहेगी. मौके पर ओंकार प्रसाद सिंह, डॉ ब्रह्मदेव प्रसाद, इंदिरा कुमारी, संजय कुमार, निर्भय कुमार, भरवाड़ा नगर पंचायत के मुख्य पार्षद सुनील भारती, स्वर्णकर संघ के अध्यक्ष शंभु ठाकुर, राजो के पूर्व सरपंच रामसृष्टि यादव, मिथिलेश यादव सहित कई लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे. वहीं यह जानकारी मिलते ही सांसद अशोक यादव, स्थानीय विधायक सह नगर विकास मंत्री जीवेश कुमार, पूर्व विधायक ऋषि मिश्र, प्रमुख पुष्पा झा, मुखिया संघ के अध्यक्ष पप्पू चौधरी, संरक्षक अहमद अली तम्मने आदि ने संवेदना व्यक्त की है. हरिनाम दास, सहजानंद दास आदि ने बताया कि गोलोकवासी संत बौआ साहब व गुरुमाता के प्रयास से 1986 में भरवाड़ा कबीर आश्रम में भव्य मंदिर का निर्माण हुआ था. 18 नवंबर 2009 को बौआ साहब के निधन के बाद कबीर मंदिर के बगल में ही उनकी समाधी बनायी गयी थी. बुधवार को गुरुमाता के निधन के बाद श्रद्धालुओं ने अखंड राम धुन संकीर्तन शुरू कर दिया है. कबीर आश्रम परिसर सहित आसपास में साफ-सफाई का काम तेज कर दिया गया है. गुरुवार को होने वाले अंतिम संस्कार की तैयारी पूरी की जा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

