Dabhanga News: दरभंगा. रात्रि साफ-सफाई व कचरा उठाव से अहले सुबह काफी हद तक सड़क और कचरा प्वाइंट साफ-सुथरा नजर आ रहा है. पौ फटने से पहले आवागमन करने वाले सहज महसूस करते हैं, बावजूद दिवाकाल की शुरुआत लोगों को कचरे के अंबार व ओवर लोडेड कचरा वाहनों से होता है. कचरा के अधिकता के कारण रात में हो रही सफाई का असर कम नजर आता है. रात्रि सफाई के लिए नगर निगम प्रशासन ने 66 मजदूरों को काम पर लगा रखा है. इसमें से तीन मजदूरों को रात्रि नाला सफाई के लिए सुपर शक्कर मशीन पर तैनात कर रखा है.
हालांकि इन मजदूरों में पांच से 10 मरीजों का ऑफ ड्यूटी मिल जाना आम है. इन कर्मचारियों से कार्य कराने की जिम्मेवारी रात्रि प्रभारी कुलदीप कुमार की है. इधर रात में सुपर शक्कर मशीन से नाला उड़ाही का फायदा भी देखने को मिल रहा है. सामान्य उड़ाही दौरान मलबा सड़क किनारे छोड़ने व फिर इसके सूखने का इंतजार करने के क्रम में वाहनों से सड़क पर फैलने या बारिश होने की स्थिति में वापस नाला में पहुंचने जैसी स्थिति का सामना आमजन को संबंधित क्षेत्रों में नहीं करना पड़ रहा है. प्रभारी कुलदीप ने बताया कि जो कर्मी अनुपस्थित रहते हैं, उसकी उपस्थित नहीं बनती है. कारण पृच्छा के उपरांत कार्रवाई की जाती है. अंडर ग्राउंड का मशीन से नाला उड़ाही बाद सीधे डंपिंग स्थल डंप होता है. इससे लोगों समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है. बताया कि पाइप पहुंचने वाले नाला की सफाई मशीन से कराई जाएगी.इन मार्गों में होती रात्रि सफाई
दिवाकाल में भारी वाहनों से कचरा उठाव का दबाव कम करने के लिए रात्रि सफाई शुरू की गयी थी. शिवधारा से लहेरियासराय, जीएन गंज, चट्टी चौक, रजिस्ट्री ऑफिस, बेंता, दोनार अललपट्टी, स्टेशन, भटियारीसराय, शास्त्री चौक भंडार चौक, आयकर चौक, पीली मस्जिद, शिवधारा तक फिर आयकर चौक से सभी प्वाइंट होते हुए पंडासराय, सैदनगर, उर्दू होते दरभंगा टावर, हसनचक, शास्त्री चौक जाने वाली सड़क शामिल हैं.उपलब्ध वाहन
रात्रि सफाई के लिए निगम प्रशासन ने वाहनों को भी एक तरह से चिन्हित कर रखा है. इस काम में दो कांपेक्टर, दो टीपर, दो रोबोट जेसीबी को लगाया गया है, जिनसे काम होता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है