Darbhanga News: बिरौल. प्रखंड क्षेत्र में बुधवार को आसमान से बरसी आफत ने दो परिवारों की खुशियों को छीन ली. अलग-अलग जगहों पर वज्रपात की चपेट में आने से एक बुजुर्ग एवं एक आठ वर्षीय बालक की मौत हो गयी. घटना के बाद दोनों गांवों में कोहराम मच गया है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. पहली घटना लदहो पंचायत के कटैया गांव में सुबह करीब आठ बजे घटी. गांव के स्व. लखन चौपाल के 68 वर्षीय पुत्र जवाहर चौपाल खेत में थ्रेसरिंग के बाद गेहूं समेटने गए थे. इसी बीच अचानक मौसम बदल गया और बारिश के साथ तेज गर्जना के बीच वज्रपात हुआ, जिसकी चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मौत हो गयी. सूचना मिलते ही परिजन घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन तबतक बहुत देर हो चुकी थी. जवाहर चौपाल की मौत से परिवार पूरी तरह टूट गया है. मृतक की पत्नी जगमाया देवी बार-बार बेहोश हो जाती थी. आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था. बेटा जगनमोहन चौपाल ने बताया कि पिता ही घर के एकमात्र कमाऊ सदस्य थे. अब परिवार का भरण-पोषण कैसे होगा. छह बेटियों में एक की भी शादी अभी तक नहीं हुई है.
बिजली तार पर हुए वज्रपात में चली गयी सत्यम की जान
दूसरी घटना रोहाड़-महमूदा पंचायत के महमूदा की है. महमूदा निवासी अजित यादव के घर के समीप आकाशीय बिजली तार पर गिरी, जिसकी चपेट में आकर उनके आठ वर्षीय पुत्र सत्यम कुमार की मौके पर ही मौत हो गयी. घटना के समय सत्यम घर बगल में था. बिजली गिरते ही घर ओर भागा. इसी दौरान तेज रोशनी व आवाज के साथ धमाका हुआ. परिजन दौड़े तो सत्यम को अचेत पाया. गांव के लोग जुटे, लेकिन तबतक वह दम तोड़ चुका था. सत्यम की मां वेचनी देवी बार-बार बेहोश हो रही थी. लोग उन्हें होश में लाते तो वह सिर्फ एक ही बात कहती भगवान, मेरे ही उपर बिजली गिरा देते, मेरे लाल को क्यों छीन लिया. यह सुनकर वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो जा रही थी. सत्यम दो भाई और एक बहन में सबसे बड़ा था. उसके दादा हरिबल्लभ यादव, जो 80 के दशक में शिक्षक रह चुके हैं, पोते की लाश को देखकर फफक पड़े. कहा, भगवान ने मुझे क्यों जीवित रखा कि मुझे यह दिन देखना पड़ा. सूचना मिलते ही सीओ आदित्य शंकर व पुलिस मौके पर पहुंची. दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया. मुखिया प्रतिनिधि दिलीप कुमार चौधरी ने मृतकों के परिवार को हरसंभव सरकारी सहायता दिलाने का आश्वासन दिया है.
फसल समेट रहे युवक पर गिरा ठनका से चली गयी जान
घनश्यामपुर. क्षेत्र में बुधवार की सुबह आंधी-बारिश के साथ वज्रपात होने से अलग-अलग जगहों पर दो युवकों की मौत हो गयी. बताया जाता है कि बुढ़ेव-इनायतपुर पंचायत के कनकी मुसहरी निवासी सियाशरण सदा के 18 वर्षीय पुत्र हरिश्चंद्र सदा कमला बांध के किनारे गेहूं की फसल समेट रहा था. इसी बीच वज्रपात की चपेट में आने से घटना स्थल पर उसकी मौत हो गयी. किसी तरह स्थानीय लोगों ने उसे उठाकर सीएचसी घनश्यामपुर लाया, जहां डॉक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया है. दूसरी ओर बड़गांव थाना क्षेत्र के बौराम निवासी हरि चौपाल के 22 वर्षीय पुत्र राहुल कुमार चौपाल की मौत बहन के ससुराल घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के गोढ़ैल गांव जाने के क्रम में कमला पश्चिमी तटबंध स्थित कुमरौल गांव के समीप वज्रपात के चपेट में आने से हो गयी. इस संबंध में बौराम के मुखिया आसिफ जमाल ने बताया है कि पीएचसी वरदाहा में राहुल कुमार चौपाल को लाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद शव परिजन अपने साथ ले गये.
थ्रेसिंग के लिए गेहूं का बोझा समेट रही समीना की चली गयी जान, बेटा भी झुलसा
अलीनगर. इलाके में बुधवार की सुबह करीब 7.30 बजे से घनगरज व चक्रवात के साथ बारिश शुरू हो गयी. इसी क्रम में लीलपुर गांव में खलिहान में गेहूं के बोझा को समेट रही 55 वर्षीया विधवा महिला की मौत वज्रपात होने से मौके पर ही हो गयी. वहीं काम कर रहा उसका 25 वर्षीय पुत्र मो. अकबर भी गंभीर रूप से जख्मी हो गया. परिजनों व ग्रामीणों ने उसे अलीनगर सीएचसी पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए उसे डीएमसीएच रेफर कर दिया गया. मृतका स्व. सिकंदर अली की पत्नी समीना खातून बतायी गयी है. घटना की सूचना मिलते ही सीओ कुमार शिवम व थानाध्यक्ष विनय मिश्र घटनास्थल पर पहुंचे. शव को पोस्टमार्टम में भेजने की पहल की, किंतु परिजन पोस्टमार्टम कराने पर सहमत नहीं हुए. इधर समीना की मौत पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
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