Darbhanga News: दरभंगा. डीएमसीएच के गायनिक विभाग में ओपीडी का संचालन सही से नहीं हो रहा है. खासकर सायंकालीन ओपीडी में चिकित्सक नदारद रहते हैं. जानकारी के अनुसार शाम तीन से पांच बजे तक चिकित्सकों को ओपीडी में ड्यूटी करनी है. इसे लेकर विभाग की ओर से दिशा- निर्देश जारी है. लेकिन, इसका अनुपालन नहीं किया जा रहा है. इस कारण मरीज व परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बताया जाता है कि गर्मी के मौसम के मद्देनजर आसपास के लोग सुबह के बजाय शाम में अस्पताल पहुंचते हैं. लेकिन, विभाग की कुव्यवस्था के कारण मरीज व परिजनों को चिकित्सा नहीं मिल पाती है. कर्मियों के अनुसार सायंकालीन ओपीडी में रोजाना दो दर्जन से अधिक मरीज व परिजन इलाज के लिए पहुंचते हैं.
चिकित्सक नहीं रहते तो क्यों काटते पर्ची
जानकारी के अनुसार पिछले सप्ताह सायंकालीन ओपीडी में चिकित्सक के गायब रहने पर मरीज व परिजन के साथ कर्मियों की नोकझोंक हुई. आक्रोशित परिजनों का कहना था कि जब चिकित्सक नहीं है, तो क्यों पर्ची काटते हैं. इससे लोग परेशान होते हैं. चिकित्सा व्यवस्था में लापरवाही को लेकर लोगों ने अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली के खिलाफ रोष प्रकट किया.विभागाध्यक्ष के द्वारा नहीं किया जाता मॉनिटरिंग
मरीजों एवं परिजनों ने बताया कि गायनिक विभाग में चिकित्सा व्यवस्था का स्तर दिनानुदिन गिरता जा रहा है. विभागाध्यक्ष द्वारा व्यवस्था की निगरानी नहीं की जाती है. यही कारण है कि सायंकालीन ओपीडी में मरीज व परिजनों को समस्या का सामना करना पड़ता है. बताया गया कि मंगलवार को चिकित्सक उपस्थित रहते हैं, लेकिन अन्य दिन मनमर्जी चलती है. इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है.क्या कहते हैं उपाधीक्षक
उपाधीक्षक डॉ सुरेंद्र कुमार ने बताया कि गायनिक विभाग में सायंकालीन ओपीडी संचालन में लापरवाही की जानकारी नहीं मिली है. स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के मद्देनजर हर हाल में सायंकालीन ओपीडी में रोस्टर के मुताबिक चिकित्सकों को डयूटी करनी है. अगर ऐसा है, तो जल्द ही विभाग का निरीक्षण किया जायेगा. गायब चिकित्सकों पर अस्पताल प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

