Darbhanga News: बहादुरपुर. लहेरियासराय-चिकनी मुख्य सड़क पर कुशोथर गांव के निकट कमला नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है. इस कारण यहां हमेशा हादसे की आशंका बनी रहती है. मालूम हो कि आधा दर्जन से अधिक प्रखंडों के लोग इस सड़क से जिला मुख्यालय आवागमन करते हैं. यहां तक कि दोनार गुमटी पर जाम की समस्या को देखते हुए कुशेश्वरस्थान, कुशेश्वरस्थान पूर्वी, बिरौल, बेनीपुर, गौड़ाबौराम, घनश्यामपुर, मनीगाछी, अलीनगर, तारडीह, बहादुरपुर के पूर्वी क्षेत्र सहित अन्य प्रखंडों के लोग इस सड़क का अधिक उपयोग करते हैं. इस सड़क में लोगों को जाम की समस्या से जूझना नहीं पड़ता है. साथ ही कम समय में जिला मुख्यालय पहुंच जाते हैं. यहां तक कि जिला प्रशासन के पदाधिकारी समेत केंद्र व राज्य सरकार के मंत्रियों का काफिला भी इसी सड़क से आता-जाता दिखता है. कमला नदी पर बना लोहे का पुल बीच में ही नीचे धंस गया है. इसे लेकर प्रशासन ने पुल के दोनों ओर लोहे के बैरियर लगा दिया था. इस कारण भारी वाहनों के आवागमन पर ब्रेक लग गया थर. फिलहाल पुल के दोनों ओर लगे बैरियर हटा दिया गया है. बैरियर हटते ही भारी वाहनों का परिचालन इस पुल से पुन: शुरू हो गया है. ग्रामीण बेचन झा, दिलीप कुमार झा, सरोज झा, ओम प्रकाश झा, राममूर्ति झा, दुर्गा राम, शंभु झा, राजीव झा आदि ने बताया कि कमला नदी पर बना पुल बीच में खिसक गया है. इस सड़क से जिला प्रशासन, कई विधानसभा के विधायक, सांसद, मंत्री व आमलोगों का चार पहिया वाहन समेत बाइक का आवागमन होता है. ऐसे में हादसे की आशंका बनी रहती है. पुल के दोनों ओर लगे बैरिकेडिंग को हटाने के बाद भारी वाहनों का भी आवागमन चालू हो गया है. वहीं स्थानीय मुखिया बसंत कुमार झा ने बताया कि लोहे के बने पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. बालू-गिट्टी सहित अन्य सामग्री लदे वाहनों का इस पुल से धड़ल्ले से आवागमन हो रहा है. इसकी जानकारी कई बार विभाग को दी गयी, परंतु इस ओर प्रशासन ध्यान ही नहीं दे रहा है.
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