दरभंगा. राजकीयकृत एवं परियोजना उच्च विद्यालयों के सहायक शिक्षकों को 10 दिसंबर 2023 में प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति मिली थी. इस आलोक में मार्च 2024 में नव प्रोन्नत 507 प्रधानाध्यापकों का पदस्थापन रिक्ति के आधार पर रेंडमाइजेशन से विभाग ने किया था. किंतु, अभी तक कुछ प्रधानाध्यापक नव पदस्थापित विद्यालय में योगदान नहीं किये हैं. इसे लेकर शिक्षा विभाग के सचिव सह माध्यमिक शिक्षा निदेशक बैद्यनाथ यादव ने डीइओ को आदेशित किया है. कहा है कि वरीयतम सहायक शिक्षक को विद्यालय का प्रभार देते हुए प्रोन्नति प्राप्त प्रधानाध्यापक को पदस्थापित विद्यालय में 15 जुलाई तक योगदान के लिए विरमित करें. पारगमन अवधि का उपयोग किए बिना 24 घंटे के अंदर प्रभार सौंपते हुए योगदान करना है. निदेशक में स्पष्ट किया है कि 15 जुलाई तक डीइओ द्वारा विरमित नहीं किए जाने की स्थिति में संबंधित प्रधानाध्यापक स्वत: विरमित समझे जायेंगे. निदेशक ने कहा है कि नव पदस्थापित 507 प्रधानाध्यापकों में से कुछ अभी तक आदेश के अनुपालन में नव प्रतिस्थापित विद्यालयों में योगदान नहीं दिए हैं. इसमें से कुछ ने अपने पूर्व के सहायक शिक्षक पद पर ही विद्यालय में बने रहने की इच्छा जताई है. कुछ द्वारा मनोनुकूल विद्यालय में पदस्थापन का अनुरोध किया गया है. कई प्रधानाध्यापक कह रहे कि उन्हें योगदान के लिए विरमित नहीं किया जा रहा है. इस कारण विगत चार महीने से अनिश्चय की स्थिति है. प्रोन्नति की अधिसूचना निर्गत होने के बाद प्रोन्नति छोड़ने की सूचना इस आधार पर मान्य नहीं हो सकती है कि प्रोन्नति के उपरांत उनका पदस्थापन मनोनुकूल विद्यालय में नहीं हुआ. बताते चलें कि इस जिले में भी दर्जन भर से अधिक शिक्षकों को प्रोन्नति दी गयी है, इसमें से कई शिक्षकों ने अब तक एचएम पद पर योगदान नहीं दिया है. अब उनके पास नव पदस्थापित विद्यालय में योगदान के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है.
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