Dabhanga News: दरभंगा. मानसून के प्रारंभ होने के बाद राज्य में बहने वाली ज्यादातर नदियां राज्य में बाढ़ की स्थिति पैदा करती है. इसका प्रतिकूल प्रभाव स्कूलों पर भी पड़ता है. राज्य के 28 जिलों में बाढ़ की आशंका रहती है. इसमें 15 जिलों में बाढ़ की ज्यादा आशंका रहती है. इस दौरान इन जिलों में अवस्थित कई विद्यालय वार्ड प्रभावित हो जाते हैं. जहां विद्यालयों को कुछ अवधि के लिए बंद भी करना पड़ता है और राहत शिविर संचालित करने पड़ते हैं. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक मयंक बरबर्रे ने सभी डीइओ एवं प्रारंभिक एवं समग्र शिक्षा अभियान के डीपीओ को विद्यालयों में बाढ़ पूर्व तैयारी से संबंधित प्रबंधन एवं राहत कार्य करने के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किया है,
बाढ़ से पूर्व इस प्रकार की तैयारी जरूरी
प्रतिवर्ष बाढ़ से प्रभावित स्कूलों की पहचान कर दस्तावेज तथा शिक्षण सामग्री एवं उपकरण सुरक्षित करेंराहत सिविल संचालित विद्यालयों के अध्ययनरत बच्चों की पढ़ाई का स्थान एवं समय का निर्धारणबच्चों को घरों पर उनके पठान सामग्रियों को सुरक्षित रखने के लिए जागरूक करना
बाढ़ राहत शिविर कैंप में बच्चों को पढ़ने के लिए शिक्षकों की प्रतिनियुक्तिराहत शिविरों में बच्चों को बाढ़ से बचाव, डूबने से बचाव एवं नव सुरक्षा के बारे में जानकारी देना
विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए उचित देखभालबच्चों की साफ सफाई, साबुन का प्रयोग आदि व्यवहारों के बारे में जानकारी देना
मध्याह्न भोजन के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न का भंडारण एवं गैस सिलेंडर की व्यवस्था करनाविद्यालयों में चिकित्सा किट व्यवस्था करना
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