बाढ़ के पानी में नहाने के दौरान हुए हादसे का शिकार
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बाढ़ के पानी में बहे दो किशोर, एक का शव मिला
बाढ़ के पानी में नहाने के दौरान हुए हादसे का शिकार नीतीश के माता-पिता की पहले ही हो चुकी थी मौत दो भाइयों के साथ घर में बचे सिर्फ दादा गौड़ाबौराम : घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के आसी गांव में हाईस्कूल के पास सड़क पर बाढ़ का पानी देखने आये दो किशोर पानी की तेज धारा […]
नीतीश के माता-पिता की पहले ही हो चुकी थी मौत
दो भाइयों के साथ घर में बचे सिर्फ दादा
गौड़ाबौराम : घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के आसी गांव में हाईस्कूल के पास सड़क पर बाढ़ का पानी देखने आये दो किशोर पानी की तेज धारा में बहकर डूब गये. इसमें कुमइ गांव के कन्हैया यादव के 12 वर्षीय पुत्र कैलाश यादव और उसी गांव का 17 वर्षीय नीतीश कुमार हैं. सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों के साथ एसडीआरएफ की टीम घंटों दोनों को तलाश करती रही, देर शाम नीतीश का शव बरामद कर लिया गया, लेकिन कैलाश का पता नहीं चल सका है. गुरुवार की अहले सुबह दोनों साइकिल से आसी से धीरोखर पोखर के बीच बने रास्ते पर पहुंचे. वहां तीन फीट से अधिक बह रहे पानी की तेज रफ्तार देख साइकिल पर कपड़े रख पीसीसी सड़क पर नहाने निकल गये.
इसी बीच एक का पैर फिसल गया. वह गहरे पानी में चला गया. उसे बचाने के क्रम में दूसरा भी पानी की तेज रफ्तार में बह गया. वहां मौजूद तीसरा व्यक्ति ने गांव पहुंच लोगों को जानकारी दी. लोगों ने प्रशासन को इसकी सूचना दी. दो घंटे बाद एसडीआरएफ की टीम पहुंची और स्थानीय गोताखोरों के साथ लगभग एक घंटा तक मोटव वोट के सहारे उसकी तलाश में सभी जुटे रहे, नीतीश कुमार कर्ण का शव उसके बहनोई सुरेंद्र कुमार वर्मा एवं सहयोगी सिकंदर मुखिया की मदद से शाम पांच बजे ढूंढ लिया गया.
इधर, एसडीओ ब्रजकिशोर लाल ने बताया कि पंचनामा के आधार पर ही सरकारी सहायता एवं मुआवजा राशि 24 घंटे के अंदर मुहैया करा दी जायेगी. वहीं, चार घंटे बाद घनश्यामपुर थाना की पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची. नीतीश कुमार तीन भाइयों मे सबसे छोटा था. पिता-मां दोनों की मौत पहले ही हो चुकी है. घर में दो भाई सोनू कुमार एवं मोनू कुमार के साथ बाबा नारायण दास जिंदा हैं, जिनके उपर दुखों का पहाड़ एक बार फिर टूट पड़ा है.
पानी से घिरे नंदापट्टी के पीड़ितों के लिए नाव की मरम्मत करा रहा अंचल प्रशासन : बेनीपुर. नगर परिषद क्षेत्र के चार वार्डों में आंशिक रूप से आयी बाढ़ ने अंचल प्रशासन की बाढ पूर्व की गई तैयारी की पोल खोल कर रख दी है. बाढ़ के पानी से लोगों को घिरने के बाद अंचल प्रशासन क्षतिग्रस्त नाव की मरम्मति में जुट गया है. ज्ञात हो कि गत दो दिनों से नगर परिषद के वार्ड 29 के दर्जनों महादलित परिवार नाव के अभाव में पानी से घिरे हैं. नगर प्रशासन की मांग के बावजूद अंचल से नाव उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर परिषद वार्ड 29 के नंदापट्टी मुसहरी के लगभग 60 परिवार बाढ़ के पानी से घिरे हैं.
वहां से निकलने व जाने का एक मात्र साधन नाव ही रह गया है. नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी राजेश कुमार झा ने अंचल प्रशासन से तत्काल नाव उपलब्ध कराने की मांग की है. नगर परिषद द्वारा नाव की मांग के बाद अंचल प्रशासन अपने अधीन तीन नाव की मरम्मति में जुट गया है. इस संबंध में पूछने पर सीओ पंकज कुमार झा ने कहा कि नगर परिषद क्षेत्र के कुछ महादलित परिवार बाढ़ के पानी से घिरे होने की सूचना मिली है, जहां नाव की आवश्यकता है. नाव का अलकतरा से पेंट कराया जा रहा है. शुक्रवार से वहां नाव सेवा प्रारंभ कर दी जायेगी.
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