दरभंगा : पीजी में अवैध नामांकन को रद्द करते हुए छात्र संघ अध्यक्ष पद से मधुमाला कुमारी को बर्खास्त करने सहित अन्य मांगों को लेकर संयुक्त छात्र संगठन ने गुरुवार को विश्वविद्यालय मुख्यालय के कार्यालयों को दिनभर बंद रखा. आंदोलन में छात्र जदयू, जन अधिकार छात्र परिषद एवं एनएसयूआइ के कार्यकर्ता शामिल थे.
आंदोलनकारियों का जत्था विवि चौरंगी से जुलूस की शक्ल में निकलकर मांगों के समर्थन तथा विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजीकरते हुए मुख्यालय में पहुंचे. सुबह 11 बजे तक खुल चुके कार्यालयों से कर्मियों को जबरन बाहर कर तालाबंद की दिया गया. जो अधिकारी व कर्मचारी पहुंचे थे, वे सभी दिन भर कार्यालय के बाहर दिनभर भटकते रहे.
छात्रों के रुख को देख कई अधिकारी व कर्मचारी घर की राह पकड़ ली. आंदोलन के कारण दरभंगा समेत मधुबनी, समस्तीपुर एवं बेगूसराय जिला क्षेत्र से विभिन्न समस्याओं के निदान के विवि मुख्यालय आये छात्रों व अभिभावकों को वापस लौट जाना पडा. हालांकि छात्रों व अभिभावकों ने काफी देर तक कार्यालय खुलने का इंतजार किया, परंतु उन्हें निराशा ही हाथ लगी.
इधर, इस मामले में वस्तुस्थिति से अवगत कराने के लिए डीएसडब्ल्यू डॉ रतन कुमार चौधरी ने आंदोलनकारियों से बातचीत की. बताया कि उनकी मांगों के आलोक में विश्वविद्यालय निष्पक्ष एवं पारदर्शिता पूर्ण ढंग से काम शुरु कर दिया है. स्टूडेंट ग्रीवेंस सेल की बैठक बुलायी गयी थी.
बैठक के निर्णय के आलोक में एमआरएम कॉलेज के तत्कालीन प्रधानाचार्य डॉ विद्यानाथ झा एवं छात्रसंघ अध्यक्ष को अपना-अपना पक्ष दो दिनों के भीतर रखने को कहा गया है. पक्ष आते ही फिर से स्टूडेंट ग्रीवेंस सेल की बैठक बुलाकर उचित निर्णय ले लिया जाएगा. आंदोलनकारियों ने यह बात लिख कर देने को कहा.
इसके जवाब में डीएसडब्ल्यू डॉ चौधरी ने कहा कि वे कुलपति से बात करने के बाद ही लिखित आश्वासन देंगे. कुछ देर बाद कुलानुशासक डॉ अजित कुमार चौधरी आंदोलनकारियों का पक्ष जानने पहुंचे. एबीवीपी का प्रवक्ता, छात्र संघ अध्यक्ष की कुर्सी बचाने वाला बताते हुए उनके खिलाफ छात्रों ने नारेबाजी की तथा वार्ता से इनकार कर दिया. वैसे डॉ चौधरी की ही पहल पर कुलसचिव निशीथ कुमार राय के साथ आंदोलनकारियों की वार्ता हुई.
कुलसचिव ने आश्वासन दिया कि 20 तक इस मामले में अंतिम निर्णय ले लिया जाएगा. मौके पर पदाधिकारियों में कुलानुशासक डॉ चौधरी, डिप्टी प्रॉक्टर डॉ सुरेंद्र प्रसाद सुमन एवं डीएसडब्ल्यू डॉ चौधरी समेत आंदोलनकारियों की ओर से राहुल राज, सोनू तिवारी, दीपक कुमार झा, सांई कुमार निरुपम, शंकर सिंह, विशाल चौधरी आदि मौजूद थे.