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रो पड़ा पूरा गांव
दुखद. साथ बने होमगार्ड, साथ उठी अर्थी दोहरा हत्याकांड साठी के बसंतपुर में दो भाइयों की हत्या के बाद मचा कोहराम, चीत्कार उठा पूरा परिवार मां की पहले हो गयी थी मौत, अब नाबालिग बच्चों के सिर से पिता का भी उठ गया साया बेितया/साठी : बसंतपुर की गलियों में कोहराम मचा था. चीख-पुकार से […]
दुखद. साथ बने होमगार्ड, साथ उठी अर्थी
दोहरा हत्याकांड
साठी के बसंतपुर में दो भाइयों की हत्या के बाद मचा कोहराम, चीत्कार उठा पूरा परिवार
मां की पहले हो गयी थी मौत, अब नाबालिग बच्चों के सिर से पिता का भी उठ गया साया
बेितया/साठी : बसंतपुर की गलियों में कोहराम मचा था. चीख-पुकार से पूरा माहौल गमगीन था़ करुण कंद्रन से नजारा मातमी हो गया़ महिलाओं का दहाड़ मारकर रोना देख कलेजा मुंह को आ जा रहा था. दरवाजे पर एक साथ रखी दो भाइयों की लाश को जो भी देखता उसकी आंखें नम हो जाती थी़ अभी कुछ ही दिन पहले ही तो झापस व झगरु पटना से ड्यूटी के बाद घर लौटे थे़ पूरा परिवार खुश था, लेकिन एक झटके में इनकी खुशियां काफूर हो गईं. गोलीकांड ने इनके परिवार को ऐसा जख्म दे दिया जो ताउम्र नहीं भरने वाला है़
शुक्रवार को जब दोनों भाई झगरू यादव व झापस यादव का शव पोस्टर्माटम के बाद गांव में पहुंचा तो गांव में मातमी सन्नाटा छा गया. एकबारगी रुदन व क्रंदन की आवाज से सारे गांव के लोगों की आंखें नम हो गयीं . शव को देखने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा . जैसे ही शव दरवाजे पर पहुंचा तो मृतक झापस यादव के नाबालिग बच्चे मनन कुमार, ददन कुमार, राजन कुमार, छोटी बच्ची कुमकुम कुमारी दहाड़ मारकर रोने लगी तथा बीच बीच में बेहोश होकर गिर जाती.
वहीं, मृतक झगरू यादव को मात्र दो लड़की ही है.संजीरा देवी व पूनम देवी दोनों विवाहिता हैं . बाप की मौत की खबर सहन न कर पाने से मूर्छित अवस्था में पड़ी हुई है. यहां बता दें कि मृतक झापस यादव व झगरू यादव तीन भाई हैं जिसमें एक बहादुर यादव ही बचे हैं. इनका भूमि विवाद ध्रुव यादव एवं गर्जन यादव से वर्षों से चली आ रही थी. इसे लेकर गुरुवार को इस खूनी खेल का अंजाम दिया गया .
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