बेतिया : सृजन घोटाले के तर्ज पर जिले में भी सरकारी विभागों के बैंक खातों में जमा रकम की अवैध निकासी का खुलासा हुआ है. हालांकि यह निकासी किसी गैर संस्था की ओर से नहीं बल्कि दूसरे सरकारी विभाग की ओर से की गयी है. मामला कृषि विभाग का है़ खुलासा होने के बाद जिला कृषि पदाधिकारी शिलाजीत सिंह ने डीएम डाॅ निलेश रामचंद्र देवरे को पत्र लिख पैसे की रिकवरी व संबंधित विभाग के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
साथ ही बैंक पर भी खाते के संचालन में गड़बड़ी करने का आरोप लगाकर जांच की मांग की है. मामले का खुलासा उस समय हुआ जब कृषि विभाग ने पूर्व में संचालित बैंक खातो की अद्यतन रिपोर्ट की जांच की़ खाते की अद्यतन रिपोर्ट प्राप्त होते ही कृषि विभाग में हड़कंप मच गया. विभाग की ओर से बिना चेक जारी किये ही खाते से दो लाख 10 हजार 440 रुपये की निकासी कर ली गयी है. तब जाकर कृषि विभाग की नींद खुली और विभागीय स्तर पर पत्राचार होने लगा.
जिसमें खुलासा हुआ कि भारतीय स्टेट बैंक कृषि शाखा बेतिया में कृषि विभाग के खाता संख्या 11405957594 से डीआरडीए की ओर से जारी पत्र के आलोक में 21 अप्रैल 2011 को दो लाख 10 हजार 440 रुपये के बैंकर्स चेक से निकासी की गयी है. और यह राशि प्रखंड विकास पदाधिकारी बैरिया के खाते में हस्तांतरित की गयी है. इस राशि से बैरिया प्रखंड में बुनियादी न्यूनतम सेवा अंतर्गत योजना मद में भुगतान किया गया है.
डीडीसी व बैंक को भी कृषि विभाग पूर्व में लिखा था पत्र : स्टेट बैंक की कृषि विकास शाखा से राशि गबन होने के मामले में कृषि विभाग उप विकास आयुक्त व शाखा प्रबंधक को 20 फरवरी 2018 में पत्र लिखा लेकिन न तो बैंक और ना ही डीआरडीए की ओर से किसी तरह की राशि वापसी के प्रति गंभीरता दिखायी गयी. उसके बाद डीएओ ने पुनः 16 अप्रैल 2018 को भी पत्र लिखा. बार -बार पत्र लिखने के बाद भी किसी तरह का समुचित जबाब नहीं मिला. थक हारकर डीएओ शिलाजीत सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम डाॅ निलेश रामचंद्र देवरे को पत्र लिखा है. साथ ही अपने स्तर से हस्तक्षेप करने की मांग की है.