14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

चंपारण में डूबने से 11 की मौत

बाढ़ का कहर. पश्चिमी चंपारण िजले में पांच व पूर्वी चंपारण में छह की गयी जान, दो लापता गंडक व सहायक नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हुई भारी वर्षा के कारण चंपारण में बहनेवाली नदियां दूसरे दिन भी उफान पर रहीं. पानी अब नये इलाकों में भी प्रवेश करने लगा है. इस बीच पिछले 24 […]

बाढ़ का कहर. पश्चिमी चंपारण िजले में पांच व पूर्वी चंपारण में छह की गयी जान, दो लापता

गंडक व सहायक नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हुई भारी वर्षा के कारण चंपारण में बहनेवाली नदियां दूसरे दिन भी उफान पर रहीं. पानी अब नये इलाकों में भी प्रवेश करने लगा है. इस बीच पिछले 24 घंटे के दौरान पश्चिमी व पूर्वी चंपारण जिले में डूबने से 11 लोगों की मौत हो गयी है. वहीं दो लोग लापता हैं.
पश्चिमी चंपारण में पांच लोगों की डूबने से मौत हो गयी, वहीं पूर्वी चंपारण में छह लोगों की मौत की सूचना है.
बेतिया/मोतिहारी : गंडक बराज से 5.11 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद चंपारण तटबंध पर भी पानी का दबाब बढ़ने लगा है. जिले के बगहा दो, रामनगर, नरकटियागंज, मैनाटांड़, लौरिया, सिकटा, चनपटिया, मझौलिया, नौतन, बैरिया, पिपरासी, ठकराहां, भितहां, मधुबनी व योगापटी प्रखंड के लोग ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं. जिले में अबतक 15 लोगो के बाढ़ के पानी में डूब कर मरने की खबर है. इनमें बगहा में एक, गौनाहा में 10, इनरवा में एक, साठी में एक व नरकटियागंज में दो के डूब कर मरने की सूचना है. हालांकि, जिला प्रशासन ने अभी 13 लोगो के ही डूब कर मरने की पुष्टि की है. नरकटियागंज शहर में बाढ़ का पानी
चंपारण में डूबने
अभी भी फैला हुआ है. वहीं सिकटा, गौनाहा में भी पानी अभी भी ठहरा हुआ है. इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त है. बाढ़ का पानी कई सड़कों पर आ जाने से जिला मुख्यालय का सड़क संपर्क सिकटा, नरकटियागंज, नरकटियागंज रामनगर, बगहा वाल्मीकिनगर लौरिया रामनगर, लौरिया बगहा से भंग हो गया है. कहीं कहीं सड़कों पर दो से तीन फिट तक पानी बह रहा है. मुजफ्फरपुर नरकटियागंज गोरखपुर रेलखंड पर सोमवार को भी परिचालन ठप है. सूबे के गन्ना उद्योग मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज आलम सिकटा पहुंच कर कैंप किये हुए हैं.
उधर, बाढ़ के कहर से बगहा व आसपास का जनजीवन थम गया है. हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. एसपी कार्यालय, अनुमंडल कार्यालय एवं व्यवहार न्यायालय समेत सभी कार्यालयों में अधिकारियों के आवास में पानी भरा हुआ है. अधिकारी आइबी व अन्य जगहों पर शरण लिए हुए हैं. गंडक व हरहा नदी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण पानी आसपास के इलाकों में फैल गया है. बगहा के दर्जनों मुहल्लों में पानी फैलने के साथ ही कई जगहों पर एनएच-28 बी पर भी पानी बह रहा है.
सबसे बुरी स्थिति गंडक पार के चार प्रखंडों की है. सोमवार की रात्रि लगभग पांच लाख क्यूसेक पानी गंडक बराज से छोड़ा गया. इसके बाद गंडक पार के भितहां, मधुबनी, ठकराहां व पिपरासी में पानी गांव में घुस गया है. लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं. दियारा के लोग यूपी पलायन कर रहे हैं. पिछले 48 घंटे से ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह ठप गया है
मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज-गोरखपुर रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन ठप
बांध टूटते ही भाग गये सरकारी कर्मी
सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर में बागमती नदी का बांध सौ मीटर के अंदर दो जगह टूट गया है. बांध टूटने की आशंका आसपास के ग्रामीणों को पहले से थी. यही वजह है कि दो दिन पहले से ही ग्रामीण सशंकित थे. जिस जगह पर बांध टूटा. वहां सरकारी कर्मचारियों का कैंप बना हुआ था. वो वहां रह रहे थे. यह जगह सुगनाडीह गांव के पास की है. वहीं के डोरिक पंडित बताते हैं कि रविवार की रात 11 बजे तक हम लोग बांध पर ही थे. पानी बढ़ रहा
बांध टूटते ही
बांध टूटते ही भाग
था, तब हम लोगों ने कर्मचारियों से पूछा भी, तो उन लोगों ने कहा, डरने की बात नहीं है. बांध पूरी तरह से सुरक्षित है. डोरिक पंडित के बेटे विक्रम पंडित जो पेशे से ट्रैक्टर चालक हैं. कहते हैं कि हम लोग सोमवार की सुबह उठे और बांध पर आये थे. हमारे साथ संजय, सुबोध और लालबाबू भी थे. इमराहीपुर से भी कुछ लोग मोटरसाइकिल से आये हुये थे. सोनपुरवा के भी कुछ लोग मौके पर थे. सब लोग देखे, तो बांध से रिसाव हो रहा था. हम सब लोगों ने तय किया की रिसाव कम है, इसलिए बोरा डाला गया और सामान का इंतजार किया जाने लगा, लेकिन बोरा ज्यादा देर नही टिका, तो हम लोगों ने पास में कर्मचारियों के कैंप को उखाड़ा और उससे रिसाव रोकने की कोशिश की.
इससे कुछ देर तक पानी रुका रहा, लेकिन हम लोग जब तक बांध पर ऊपर आते, तब तक कैंप भी बह गया और बांध एकाएक टूट गया. बांध टूटते ही सरकारी कर्मचारी भाग गये, जबकि पास के गांव के लोग अपना सामान समटने और खुद को बचाने में लग गये. बच्चों मवेशियों को बचाने की कोशिश करने लगे. देखते ही देखते पानी की धार हम लोगों के घर तक पहुंच गयी.
सब कुछ डूबने लगा. गांव के लोग बांध की ओर भागने लगे. पहले एक जगह पर बांध टूटा था. कुछ ही देर में दूसरी जगह भी बांध टूट गया. बांध टूटने की जानकारी मिली, तो सरकारी अधिकारियों का आना शुरू हुआ, लेकिन मदद कुछ नहीं मिली. एसडीओ आये तो गांव के लोगों को लगा कि मदद मिलेगी, लेकिन वह लौट गये. बीडीओ भी देख कर चले गये. डोरिक कहते हैं, 2004 के बाद हम लोगों को सुकून मिला था, जब यह बांध बना, लेकिन इस बार पूरी तरह से सपना चकनाचूर हो गया.
ढाका नगर पंचायत में फैला बाढ़ का पानी
मोतिहारी. नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में हुई मूसलधार बारिश से आयी बाढ़ का कहर जारी है. टूटे तटबंधों से निकला पानी ढाका व पताही के दर्जनों गावों में कोहराम मचाने के बाद अब नगर पंचायत में प्रवेश कर गया है. पानी के तेज बहाव के कारण ढाका-मोतिहारी सड़क पर आवागमन ठप हो गया है. वहीं, ढाका-बेलवाघाट शिवहर पथ पर चार फिट पानी बह रहा है. ढाका-घोड़ासहन पथ भी बाधित हो गया है. जिले में बाढ़ के पानी में डूबने
ढाका नगर पंचायत
से चार लोगों की मौत हो गयी है. जमुआ के मो. माजिद बाढ़ के पानी में बह गया है. उसके शव की तलाश जारी है. जबकि कुंडवाचैनपुर थाना के महुआवा के तीनों भाइयों का शव सोमवार की सुबह बरामद कर लिया गया. हालांकि, जलस्तर में मामूली गिरावट आया है, जिससे लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली है. वहीं चिरैया के दर्जनों गावों में भी पानी फैल गया है जिससे लोगों में दहशत है. रविवार को लालबकैया व बागमती नदियों के जलस्तर में हुई भारी वृद्धि से ढाका के बलुआ व सपही गांव के पास लालबकैया का तटबंध टूट गया था.
इससे ढाका व पताही के दर्जनों गावों का अनुमंडल मुख्यालय का संपर्क खत्म हो गया. गुआबारी-मार्जिनल बांध बलुआ के पास व सपही में लालबकेया का बांध टूटा था, जिससे पानी का दबाव बढ़ने के साथ ही गावों में त्राहिमाम मच गया. पीड़ितों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है. बाढ़ के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. प्रशासनिक पदाधिकारी क्षेत्र में कैंप कर रहे हैं. डीएम रमन कुमार ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए प्रशासन गंभीर है. हर स्तर से राहत पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.
सीतामढ़ी में सात जगह नदियों के तटबंध टूटे
सीतामढ़ी : जिले में बागमती व अधवारा समूह की नदियों ने अब कोहराम मचाना शुरू कर दिया है. सोमवार को बागमती, लखनदेई व अधवारा समूह की नदियों के सात स्थानों पर तटबंध टूट गये. इससे हजारों गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया है. जबकि लाखों की आबादी प्रभावित हुई है. हजारों हेक्टेयर खेत में लगी फसल के साथ करोड़ों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है. इसी बीच, सोमवार को बैरगनिया शहर के भकुरहर में पीड़ितों के बीच राहत सामग्री
सीतामढ़ी में सात
का वितरण करने गये बैरगनिया शहर के बाबा लाल दास मठ रोड, वार्ड दस निवासी विकास कुमार की बाढ़ के पानी में डूब कर मौत हो गयी. वहीं, बेला थाना के लक्ष्मीपुर गांव में लालबाबू सहनी की बाढ़ के पानी में डूब कर मौत हो गयी है. रून्नीसैदपुर के भादा गांव में बागमती नदी का तटबंध टूट गया है. जबकि, बथनाहा के खोपराहा, बखरी व धुमहा में तीन स्थानों पर लखनदेई नदी का बांध टूट कर कहर बरपा रहा है. पुपरी में बीररबा के पास अधवारा नदी का बांध ध्वस्त हो गया है. वहीं, बाजपट्टी के जमींदारी, बंगराहा व महमदा में तीन स्थानों पर तटबंध टूट गया है. बैरगनिया में बाढ़ के पानी के चलते बैरगनिया स्टेशन के आउटर सिग्नल के पास रेलवे ट्रैक बह गया है. इसके चलते बैरगनिया-रक्सौल रेलखंड पर अनिश्चितकाल के लिए ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया है.
सुरसंड व बथनाहा में पानी के बहाव में हाइवे बह गया है. उधर, सीतामढ़ी शहर व जिला मुख्यालय डुमरा में लखनदेई नदी का पानी घुस गया है. सीतामढ़ी-रीगा-सुप्पी-बैरगनिया पथ में दस फीट पानी बह रहा है. बाजपट्टी -पुपरी स्टेट हाइवे व बथनाहा-सुरसंड एनएच 104 पर भी पानी का तेज बहाव जारी है. सोनबरसा, मेजरगंज, चोरौत, परिहार, रीगा, बैरगनिया, सुप्पी,सुरसंड, बथनाहा, पुपरी व बाजपट्टी का सड़क संपर्क भंग हो गया है. परिहार, मेजरगंज, रून्नीसैदपुर, सुरसंड, सुप्पी, रीगा, पुपरी, बाजपट्टी, बेलसंड, बथनाहा, सोनबरसा, चोरौत व बैरगनिया में बाढ़ का कहर लगातार जारी है. हजारों की आबादी स्कूल, बांध, स्टेशन व रेलवे ट्रैक पर शरण ली हुई है. प्र
शासनिक स्तर पर राहत व बचाव कार्य जारी है. हालांकि कई इलाकों में रास्ते के अभाव में राहत व बचाव का काम बाधित है. वर्तमान में एसडीआरएफ की 40 टीमें राहत व बचाव कार्य में लगायी गयी हैं. वहीं, एनडीआरएफ की टीम को लाने के लिए अधिकारियों की टीम दरभंगा एयरपोर्ट के लिए रवाना हो चुकी है. जबकि सीएम के निर्देश पर ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने रविवार की शाम सीतामढ़ी पहुंच कर राहत व बचाव कार्य की कमान थाम ली है. उधर, सोमवार की शाम बेलसंड में कई स्थानों पर बागमती नदी में रिसाव शुरू हो गया है. इससे तटबंध के टूटने का खतरा मंडरा रहा है.
राहत व बचाव कार्य
युद्ध स्तर पर जारी
राहत व बचाव कार्य
युद्ध स्तर पर जारी
संवाददाता,4पटना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पूर्णिया प्रमंडल के बाढ़ग्रस्त चारों जिलों पूर्णिया, अररिया, कटिहार और किशनगंज का हवाई सर्वेक्षण किया. इस दौरान उन्होंने बाढ़ से हुई तबाही को देखा. हवाई सर्वेक्षण से लौटने के बाद पटना एयरपोर्ट के स्टेट हैंगर में पत्रकारों से मुख्यमंत्री ने कहा कि जो इलाके बाढ़ से पीड़ित हैं, वहां राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है. रविवार से ही इन इलाकों में राहत व बचाव के लिए
कहा-राहत व
सारे काम युद्ध स्तर पर किये जा रहे हैं. जो कुछ भी राहत के लिए जरूरी है, वे सारे काम किये जायेंगे. वायुसेना के हेलीकॉप्टर से फूड पैकेट गिराये जा रहे हैं. हमने जो पूरी स्थिति देखी है, उससे लगता है कि नेपाल और उससे जुड़े बिहार के इलाके में भारी बारिश हुई है. उन्होंने कहा कि पानी का प्रवाह, खासकर महानंदा नदी, कनकई नदी में बहुत तेज था. गांवों में भी पानी घुसा है. सड़कें भी नष्ट हुई हैं. इससे ऐसा लगता है कि फ्लैश फ्लड के बाद जो नुकसान होता है, उसी तरह का नुकसान देखने को मिला है. सीएम ने कहा कि फ्लैश फ्लड में अचानक तेज गति से और ज्यादा पानी का बहाव हुआ, वह सड़कों को भी तोड़ता है,
पुलों को भी नुकसान पहुंचाता है. हमने आज देखा है कि काफी सड़कें टूटी हैं. पुलों पर भी कई जगह असर देखा है. जो फोर लेन सड़क है, वहां भी महानंदा नदी के ऊपर पुल में भी प्रिकॉशन के तौर पर ट्रैफिक को रोकना पड़ा है. सीएम ने कहा कि चंपारण और सीतामढ़ी में सेना की तैनाती की जायेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने हवाई सर्वेक्षण के बाद आपदा प्रबंधन मंत्री सह पूर्णिया जिले के प्रभारी मंत्री दिनेश चंद्र यादव, पूर्णिया के आयुक्त, प्रभारी सचिव का भी हवाई सर्वेक्षण करवाया है. मंगलवार को आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव, पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव, ग्रामीण कार्य के सचिव को भेज रहे हैं कि वे पूरे तौर पर देख लें कि कितना नुकसान हुआ है और किस तरह से काम करना है. सीएम ने कहा कि हमने यह भी निर्देश दिया है कि कल सभी डीएम को भी हवाई सर्वेक्षण करा कर पूरी स्थिति को उन्हें दिखा देना चाहिए, क्योंकि फील्ड में उनको काम करना है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सारे काम होंगे. रिलिफ कैंप भी चलेंगे और कई जगहों पर जहां लोग रिलिफ कैंप में रहना पसंद नहीं करते हैं, उनके लिए भोजन का इंतजाम भी किया जायेगा. बाढ़ का पानी कटिहार में फैल सकता है, उसके लिए भी सब चीजों का आकलन करके तैयारी हो रही है. युद्ध स्तर पर रिलीफ का काम चला रहे हैं.
सीएम ने कहा कि हमने पूर्णिया में आपदा प्रबंधन मंत्री, प्रभारी सचिव, आयुक्त के साथ चर्चा की है. ऐसा लगता होता है कि जो पानी गांव में घुसा है, उसे निकलने में थोड़ा वक्त लगेगा. इसके लिए रिलीफ की पूरी तैयारी की है. जो भी नुकसान हुआ है, उसके लिए भी भरपाई की पूरी कोशिश करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे ज्यादा अररिया और किशनगंज का बड़ा हिस्सा, पूर्णिया के तीन ब्लॉक और कटिहार का एक ब्लॉक अब तक बाढ़ से पीड़ित है. लेकिन, सबसे ज्यादा पीड़ित अररिया शहर, फारबिसगंज और किशनगंज शहर है. अनेक गांवों में भी पानी घुसा है. इसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता है कि अररिया और किशनगंज में चारों तरफ पानी फैल सकता है. कभी लोगों का अनुभव इस प्रकार का नहीं रहा है.
केंद्र को धन्यवाद
मुख्यमंत्री ने सहायता के लिए केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा, कल ही केंद्र सरकार से एनडीआरएफ की अतिरिक्त टीमें भेजने का आग्रह किया था. प्रधानमंत्री, गृह मंत्री व रक्षा मंत्री से बात की थी. हम केंद्र काे धन्यवाद देता हूं कि जो भी हमने आग्रह किया था, वह बहुत जल्द ही सहायता मिल गयी. एनडीआरएफ की चार टीमें पहुंच गयीं. सोमवार को भी एनडीआरएफ की टीमें पहुंची हैं. सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण में भी बाढ़ की स्थिति है, वहां भी एनडीआरएफ की टीम डिस्पैच की जा रही है. एसडीआरएफ व एनडीआरएफ टीम को प्रतिनियुक्त कर दिया गया है.
मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण से लौटने के तुरंत बाद 1, अणे मार्ग स्थित संकल्प में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह और पथ, आपदा प्रबंधन एवं ग्रामीण कार्य विभाग के प्रधान सचिव के साथ बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये.
बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ की टीम
पत्रकार राजदेव हत्याकांड
जिला कल्याण पदाधिकारी गिरफ्तार
सृजन घोटाला. समाहरणालय के सारे कर्मियों से घंटों हुई पूछताछ
भागलपुर : सृजन घोटाले की जांच के क्रम में सोमवार की सुबह आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की टीम ने खंजरपुर स्थित श्याम टावर में जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार के आवास पर छापामारी की. टीम ने जिला कल्याण पदाधिकारी श्री कुमार व कल्याण विभाग के नाजिर महेश मंडल को गिरफ्तार कर लिया. दूसरी ओर समाहरणालय
जिला कल्याण पदाधिकारी
में प्राय: सभी कर्मचारियों से इओयू की टीम ने घंटों पूछताछ की और कागजात की जांच की. कल्याण विभाग की करोड़ों की राशि सृजन के खाते में जाने की बात पकड़ में आने के बाद इओयू ने यह कार्रवाई की. 2016-17 में कल्याण विभाग की छह करोड़ की राशि बरारी के पीएनबी शाखा में गयी थी. बाद में यह राशि बैंक ऑफ बड़ौदा में ट्रांसफर करा लिया गया था.
कल्याण पदाधिकारी की पत्नी को ढूंढ़ रही पुलिस
इओयू की टीम अब जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार की पत्नी इंदु देवी को ढूंढ़ रही है. पटना के श्रीकृष्णापुरी स्थित भगवानकुंड अपार्टमेंट के 205 नंबर फ्लैट कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार का है, जिसमें उनकी पत्नी इंदू देवी रह रही हैं. पुलिस को यह जानकारी मिली है कि यह फ्लैट अरुण कुमार को किसी ने गिफ्ट में दिया है. इसकी भी पुलिस जांच कर रही है. जांच टीम पटना के लिए निकल चुकी है. सृजन के बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते से इंदु देवी के खाते में 10 लाख रुपये ट्रांसफर हुए थे. पुलिस को और भी फंड ट्रांसफर से संबंधित डॉक्यूमेंट हाथ लगे हैं. इसके बाद से ही पुलिस सक्रिय हो गयी है. बताया जाता है कि इंदु देवी जब भी बाजार जाती थी, लाखों की ज्वेलरी खरीदने के बाद ही लौटती थी.
महेश मंडल के घर से मिले हैं कई साक्ष्य
कल्याण विभाग के नाजिर महेश मंडल के जगदीशपुर के पिस्ता गांव स्थित हवेली पर पुलिस ने रविवार रात छापामारी की थी. इस दौरान पुलिस को कई कागजात हाथ लगे हैं, जो सृजन के खाते से मंडल के खाते में फंड ट्रांसफर के अलावा इससे जुड़े कई अन्य खरीदारी के साक्ष्य हैं. महेश मंडल दर्जन भर वाहनों (ट्रक, विक्टा आदि) के मालिक हैं. इससे जुड़े प्रमाण भी पुलिस को छापामारी के दौरान मिले. मंडल के अकाउंट में सृजन के अकाउंट से करोड़ों रुपये आता था. सारे कागजात जब्त कर लिये गये हैं.
महेश मंडल को डायलिसिस के लिए ले जाना पड़ा
नाजिर महेश मंडल को पकड़ कर एसएसपी के आवास पर रखा गया था. दोपहर करीब तीन बजे उसकी तबीयत बिगड़ गयी. बताया गया उसकी किडनी में प्रॉब्लम आ गयी. इसके बाद उसे पुलिस लाजपत पार्क के पास एक प्राइवेट अस्पताल में ले गयी, जहां उसका डायलिसिस कराया गया.
मनोरमा देवी का ड्राइवर हिरासत में
सृजन संस्था की पूर्व सचिव स्व मनोरमा देवी का ड्राइवर विनोद को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. विनोद का काम मनोरमा देवी को चेक पहुंचाने का हुआ करता था. किसी कागजात को कहीं पहुंचाना हो या किसी को गाड़ी से कहीं छोड़ आना-लाना हो, तो यह जिम्मेवारी विनोद के पास ही थी.
अमित-प्रिया की हर हाल में होगी गिरफ्तारी : एसएसपी
भागलपुर के एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि सृजन महिला विकास समिति लि की सचिव प्रिया कुमार व उनके पति अमित कुमार की हर हाल में गिरफ्तारी होगी. पुलिस उन्हें ढूंढ़ने में लग गयी है.
कल्याण पदाधिकारी की पत्नी इंदु के खाते में
सृजन के खाते से करोड़ों ट्रांसफर, हो रही तलाश
पटना के श्रीकृष्णापुरी स्थित भगवानकुंड अपार्टमेंट के 205 नंबर फ्लैट रहती हैं इंदु देवी
कल्याण विभाग का नाजिर दर्जन भर गाड़ियों व आलीशान बंगले का मालिक निकला
पटना के श्रीकृष्णापुरी स्थित भगवानकुंड

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें