मंडल में सफाई के मामले में पिछड़ रहा मोतिहारी
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हर माह डेढ़ लाख खर्च के बाद भी स्टेशन की सफाई नदारद
मंडल में सफाई के मामले में पिछड़ रहा मोतिहारी नियमित नहीं हो रही स्टेशन की धुलाई व सफाई मोतिहारी : ए ग्रेड बापूधाम मोतिहारी रेलवे स्टेशन की सफाई व्यवस्था बदहाल है. स्टेशन के चारों तरफ कचड़ा व गंदगी का अंबार लगा है. रेलवे की सफाई एजेंसी का कार्य भी संतोशजनक नहीं है. सफाई कार्य में […]
नियमित नहीं हो रही स्टेशन की धुलाई व सफाई
मोतिहारी : ए ग्रेड बापूधाम मोतिहारी रेलवे स्टेशन की सफाई व्यवस्था बदहाल है. स्टेशन के चारों तरफ कचड़ा व गंदगी का अंबार लगा है. रेलवे की सफाई एजेंसी का कार्य भी संतोशजनक नहीं है. सफाई कार्य में एजेंसी की लापरवाही के कारण स्टेशन की ठीक से सफाई नहीं हो रही. नतिजतन करोड़ों खर्च के बाद भी बापूधाम मोतिहारी स्टेशन की सफाई व्यवस्था को लेकर रेलवे प्रशासन को शमींदा होना पड़ रहा है. समस्तीपुर मंडल में आधुनिक लुक की मॉडल स्टेशनों में बापूधाम स्टेशन वन टू टेन की सीरीज में है.
जबकि स्टेशन की सफाई ग्रेडेशन में मोतिहारी कई स्टेशनों से पीछे है. यहां तक की लाखों खर्च के बाद भी स्टेशन की सफाई ठीक से नहीं हो रही. डस्टबीन तक की सफाई में घोर लापरवाही बरती जा रही है. प्लेटफॉर्म की नियमित धुलाई नहीं हो रही. इससे सहज अंदाजा लगायी जा सकती है कि सर्कूंलेटिंग एरिया की सफाई का आलम कैसा होगा? आलम यह है कि सर्कूंलेटिंग एरिया में बनी कचड़ा घर कूड़ा से पट्टा हुआ है.
बापूधाम मोतिहारी स्टेशन की सफाई के लिए रेलवे प्रतिमाह करीब एक लाख 40 हजार रुपये खर्च करती है. रेलवे प्रतिमाह उक्त राशि सफाई के लिए एजेंसी को रिपोर्ट पर मुहैया करती है. फिर भी स्टेशन की सफाई में सुधार नहीं हो रही. दिन-प्रतिदिन सफाई की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है.
एजेंसी के कार्य पर उठ रहे सवाल
रेलवे की ओर से स्टेशन की सफाई के लिए गजानन एजेंसी को कार्य की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. लेकिन एजेंसी के कार्य लापरवाही के कारण ठीक से सफाई नहीं हो रही. जानकारों की माने तो रेलवे से तय राशि पर मानक के अनुसार सफाई करने में एजेंसी घाटा लग रही है. बड़ा स्टेशन होने एवं कम दर पर सफाई का ठीका लेने वाली गजानन एजेंसी को काम करना महंगा पड़ रहा है.
खराब परफॉर्मेंस पर 30 हजार की कटौती : स्टेशन की संतोषजनक सफाई नहीं करने से नराज स्टेशन अधीक्षक राकेश कुमार त्रिपाठी ने एजेंसी को मिलने वाली तय राशि में भारी कटौती की है. इससे संबंधित रिपोर्ट उन्होंने मंडल कार्यालय समस्तीपुर को भेजा है. एसएस ने बताया कि पिछले तीन माह से करीब 30 हजार रुपये की कटौती प्रतिमाह की जा रही है. बावजूद एजेंसी के कार्य में सुधार नहीं हो रहा. मामले को गंभीरता से लेते हुए एजेंसी को अंतिम चेतावनी के साथ कार्य में सुधार लोने का निर्देश दिया गया है. अगर इसके बाद भी एजेंसी का कार्य संतोषजनक नहीं रहने, एजेंसी को टर्मिनेट करने की दिशा में कार्रवाई से संबंधित रिपोर्ट मंडल कार्यालय को भेजी जायेगी.
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