मोतिहारी : सेंट्रल जेल के अंदर मादक पदार्थ लेकर जाने की कोशिश नाकाम हो गयी. न्यायालय में पेशी के बाद वापस लौट रहे एक बंदी ने अपने दोनों जूते में गांजा छुपा लिया था. जेल के अंदर जाने से पहले सुरक्षाकर्मियों ने उसकी तलाशी ली. इस दौरान उसके जूते से तीन सौ ग्राम गाजा बरामद हुआ. इसको लेकर जेल अधीक्षक मनोज कुमार ने बंदी अशोक सिंह के विरुद्ध नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. अशोक मेहसी थाना के डरगाहा गांव का रहने वाला है.
वह पोस्को वाद संख्या 17/17 में जेल में बंद है. जानकारी के अनुसार,चार जनवरी को बंदी अशोक की न्यायालय में पेशी थी. उसे पेशी के लिए कोर्ट हाजत लाया गया.वहां से न्यायालय में उपस्थापनोपरांत वापस जेल ले जाया गया. जेल गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसकी सघन तलाशी ली. इस दौरान उसके दोनों जूते के अंदर से तीन सौ ग्राम गांजा बरामद हुआ. नगर इंस्पेक्टर आनंद कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी गयी है.
गौर करने वाली बात यह है कि अशोक पुलिस अभिरक्षा में था. ऐसे में उसके पास गांजा कहां से आया. अगर उसको किसी ने गांजा दिया तो उस समय पुलिस जवान कहां थे.कही उनकी मिली भगत तो नहीं थी. इस तरह के कई सवाल उठने लगे है. बंदियों को कोर्ट हाजत से न्यायालय ले जाने व वापस लाने के दौरान बीच रास्ते में जो होता है, यह किसी से छीपा नहीं. यह तो गांजा था, इसी तरह लापरवाही होती रही तो जेल के अंदर शातिर मुन्ना सिंह हत्याकांड की पूर्नावृति से इंकार नहीं किया जा सकता. उस समय भी बाहर से जेल के अंदर बम बनाने की सामग्री के अलावे हथियार व कारतूस बंदी छुपा कर ले गये थे.