सिकरहना व रक्सौल अनुमंडल की स्थिति सबसे भयावह
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”जल” का ”जलजला” 16 लाख लोग बाढ़ की चपेट में
सिकरहना व रक्सौल अनुमंडल की स्थिति सबसे भयावह मोतिहारी : पूर्वी चंपारण के पांच अनुमंडल के करीब 16 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. रक्सौल व सिकरहना अनुमंडल के अधिकांश पंचायत प्रलयंकारी बाढ़ की चपेट में है. यहां चारों तरफ ‘जल’ जलजला है. प्रशासनिक स्तर पर राहत कार्य चल रहा है, लेकिन बहुतों ऐसे […]
मोतिहारी : पूर्वी चंपारण के पांच अनुमंडल के करीब 16 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. रक्सौल व सिकरहना अनुमंडल के अधिकांश पंचायत प्रलयंकारी बाढ़ की चपेट में है. यहां चारों तरफ ‘जल’ जलजला है. प्रशासनिक स्तर पर राहत कार्य चल रहा है, लेकिन बहुतों ऐसे गांव है, जहां के लोग बाढ में फंसे है. वहां प्रशासनिक सुविधा नहीं पहुंच पा रही है.
टायर का नाव बनाकर स्थानीय लोग बचाव कार्य में जुटे है.
सिकरहना अनुमंडल के ढाका हाइस्कूल में प्रशासन का राहत शिविर चल रहा है. इस राहत शिविर में अबतक बाढ प्रभावित 72 परिवार के 306 लोग पहुंचे है. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि सबसे ज्यादा बाढ प्रभावित सिकरहना अनुमंडल की एक बड़ी आबादी अब भी जल के जलजला से बहार नहीं निकल पाये है. ढाका के राहत शिविर में शरण लिए रक्सा रहीमपुर के 50 वर्षीय शिवजी साह ने बताया कि अपने जीवन में पहली बार बाढ़ की भयावह स्थिति देखी है. रविवार शाम को अचानक घर में पानी घुस आया.
मवेशी को दरवाजे पर छोड़ परिवार को लेकर घर से भागा.सिरनी के रामप्रवेश राम ने कहा, रविवार की सुबह घर में पानी भर गया. चंपा देवी ने बताया कि पानी में उसकी झोपड़ी गिर गयी. सारा समान दब गया. किसी तरह से जान बचा बच्चों को लेकर घर से निकली. कमोवेश सबों की स्थिति एक जैसी है. सिकरहना के सिरनी, दोस्तिया, कुशमहवा,जटवलिया, गुरहनवा, तेलहारा,हीरापुर, नरकटिया, हनुमान नगर, बरेवा, चकनगरी, मोहब्बतपुर, चांदमोहन,मेसौढ़ा, हरदिया,करमवा, सराढा, बहलोलपुर, खैरवा,चिरैया के सितलपट्टी, राघोपुर, परतापुर, अम्बरिया, बड़का भलुवहिया, मधुबनी आश्रम, रूपहारा सहित अन्य गांव पुरी तरह जलमग्न है.
चिरैया. बाढ़ के पानी से मोतिहारी-ढाका मुख्य मार्ग के परतापुर पेट्रोल पंप से रूपहारा नहर चौक तक का मुख्य मार्ग का संपर्क टूट गया है जिससे उक्त मार्ग पर छोटी व बड़ी वाहनों का परिचालन बंद हो गया है.
पताही. बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने व पीड़ितों की हर संभव मदद को ले सोमवार को एनडीआरएफ की टीम पहुंची. सीओ विनय कुमार एवं थाना अध्यक्ष नरेंद्र कुमार ने बताया कि एनडीआरएफ टीम द्वारा लोगों को सुरक्षित स्थान पर निकाल कर पहुंचाया जा रहा है.
गोविंदगंज. गंडक नदी में आयी बाढ़ को लेकर बाढ़ प्रभावित गांवों में दंडाधिकारी व ग्रामीण रतजगा कर रहे है. रविवार की रात बीडीओ, सीओ रघुनाथ तिवारी, बीएओ राजबिहारी आदि का टीम गोविन्दगंज थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में घूमते रहे.
मोतिहारी : प्रखंड मुख्यालय से सात पंचायतों का संपर्क भंग हो गया है. पंचरुखा मध्य पंचायत के मुखिया व अवाम कल्याण मोर्चा के अध्यक्ष डाॅ अतीकुर्रहमान ने बताया कि बरवाह डीह पुल पर बने डायवर्सन के ऊपर से पानी बह रहा है जिससे जिला व प्रखंड मुख्यालय का संपर्क टूट गया है. वहीं क्षेत्र के जटवा, जौनेरवा, गोबरी, मुखलिसपुर, बुढुआ, खैरी, सुंदरपुर, अजगरवा, रोहिनिया आदि गावों के निचले इलाकों के अलावा खेतों में पानी फैल गया है
वही फुलवार दक्षिणी पंचायत के दुधौरा नदी का बांध टूट जाने से बकुलहारा सहित कई गावों जलमग्न हो गया है.
बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए जिलाधिकारी रमन कुमार के आदेश पर सोमवार को खाद्यान्न सामग्री का एक हजार पॉकेट तैयार किया गया. यह पैकेट सदर के अनुमंडल पदाधिकारी के कार्यालय में तैयार किया गया. पैकेट में 2.1/2 किलो चूड़ा,250 ग्राम चीनी,सौ ग्राम नमक,सौ ग्राम दूध पाउडर,बिस्कुट पैकेट-1 व मोमबती रखा गया. पॉकेट को तैयार करने में सहायक मनीष कुमार,सतीश कुमार,सुधीर कुमार,उर्दू अनुवादक तैयब रजा,रमेश कुमार,पप्पू कुमार,श्वेता,प्रभात कुमार सिन्हा,शांति देवी,
प्रमोद कुमार, फिरोज अंसारी, रवींद्र कुमार दास, उपेंद्र सिंह,राजीव रंजन कुमार,स्नेहा कुमारी, शाजदा खातून, राहुल कुमार व महेश्वर सिंह व राधिका देवी आदि पैकेट तैयार करने में जुटे रहे.
वाल्मीकिनगर बराज ने छोड़ा साढ़े तीन हजार क्यूसेक पानी
सोमवार को साढ़े तीन लाख क्यूसेक व रविवार की रात पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. पानी छोड़ने के साथ ही नदियों में उफान है और जल स्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रहा है.
छौड़ादानो. तीनकोनी पंचायत के तीनकोनी गांव बाढ़ से पूरी तरह घिर गया है. वही पैक्स गोदाम से पूरब पानी की अधिक दबाव पड़ने से सड़क टूट गयी. जिससे आवागमन बंद हो गया है. प्रखंड का जिला मुख्यालय सड़क भंग हो गया है. वहीं हिरामनी पंचायत के भगड़ी गांव एवं बंजारी गांव तथा रामपुर पंचायत के सिसवनिया गांव एवं नरकटिया पंचायत बाढ़ के पानी से घिर गया है.
बनकटवा. प्रखंड क्षेत्र में जारी बाढ़ के कहर के बीच सरकारी व सामाजिक स्तर पर शिविर लगा बाढ़ पीड़ितों को मदद पहुंचाने की कोशिशें तेज कर दी गई है. हालांकि अभी भी प्रखंड के कई गांवो में बाढ़ का कहर जारी है. कई गांव में बाढ़ के पानी का स्तर गिरा है.
मधुबन. फेनहारा के बाद मधुबन के कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. इस दौरान कृष्णानगर, बुधौलिया, नौरंगिया डीह, मनियापार ,टोला मठ आदि गांवों के सरेह में काफी तेजी से पानी फेल रहा है. इन इलाकों के निचले जगहों पर रहनेवाले लोगों को सुरक्षित व ऊंचे स्थानाें पर जाने की अपील सीओ सुनील कुमार व थानेदार संदीप कुमार की जा रही है.
युवक बहा पानी में
फेनहारा. प्रखंड क्षेत्र के दर्जनभर गांव के हजारों घरों में बाढ़ व लगातार हो रही बारिश से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. देवकुलिया-मड़पा पथ, देवकुलिया-पीपरा-कालूपाकड़ पथ, गोविंदबारा-रतनवा पथ, कालूपाकड़-रतनवा पथ, गोविंदबारा-सुखलहिया पथ पर आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है. सबसे ज्यादा दयनीय स्थिति कालूपाकड़, रतनवा, पीपरा, मनकरवा, देवकुलिया, गोविंदबारा, धुमनगर, मड़पा, इजोरबारा, फेनहारा गांवों की है. स्थिति को देखते हुए उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में राहत कैंप लगाया गया है. सांसद रमा देवी व सहकारिता मंत्री राणा रणधीर ने क्षेत्र का दौरा कर राहत शिविर का निरीक्षण किया.
निरीक्षण के बाद बीडीओ अंतिमा कुमारी व सीओ भरत भूषण श्रीवास्तव के साथ बैठक कर खाने रहने व शौचालय का इंतजाम करने को कहा है. वही एनडीआरएफ की टीम व तीन नावों की जिला प्रशासन से मांग की गयी है. गोविंदबारा निवासी लालबाबू साह का 19 वर्षीय पुत्र रवि पानी में बह गया है.
दो गर्भवती की मौत : आदापुर प्रखंड के दो गांवों से दो गर्भवती महिलाओं की मौत की खबर है. प्रखंड क्षेत्र के सोढ़ी बेलवा निवासी नसरुद्दीन साह की पत्नी सकीना की मौत रविवार की रात हो गयी. सकीना के पेट में दो बच्चा था और वह प्रसव पीड़ा से जब कराहने लगी तो डॉक्टर के यहां ले जाने के लिए गांव से कोई साधन नहीं था.
अंत में सकिना की मौत हो गयी. वहीं श्यामपुर निवासी फुलमन साह की पुत्री विमला देवी जिसकी शादी छौड़ादानो में हुई थी. आदापुर के समीप रक्सौल में बेहतर इलाज की व्यवस्था के लिए वह मायके में रह रही थी. फुलमन साह का कहना था कि बेटी को वे अपने घर इसलिए रखे थे कि जब प्रसव पीड़ा होगी तो जल्दी से रक्सौल अस्पताल में भर्ती करा सकेंगे. लेकिन रविवार की रात में जब उसे प्रसव पीड़ा शुरू हुई, तो बाढ़ में घिरे होने के कारण वह गांव से नहीं निकल सके और इस दौरान उनकी पुत्री विमला की मौत हो गयी. वहीं श्यामापुर निवासी मुकेश पासवान को रविवार की रात में बाढ़ में आये विषैले सांप ने काट लिया.
जिनका इलाज डंकन अस्पताल में चल रहा है. ग्राम स्वराज मंच के अध्यक्ष रमेश कुमार सिंह ने मुकेश पासवान को इलाज के लिए एक हजार रुपया दिया, तो डंकन अस्पताल में इलाज के दौरान भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजकुमार गुप्ता ने मुलाकात कर आर्थिक सहायता की राशि दी.
डूबने से तीन सगे भाइयों की मौत, एक लापता : सिकरहना. बाढ़ के पानी में बह जाने से कुंडवाचैनपुर थाने क्षेत्र के महंगुआ निवासी तीन सगे भाई का शव सोमवार को बरामद किया गया. बरामद शव की पहचान ब्रजकिशोर प्रसाद गुप्ता उर्फ विजय साह, लालबाबू साह उर्फ संजय गुप्ता व मुकेश कुमार गुप्ता के रूप में की गयी है. वहीं दूसरी ओर शौच के लिए निकले ढाका थाने क्षेत्र के जमुआ निवासी मो. माजिद भी लापता है जिनकी खोज जारी है. बरामद तीनों शव को पुलिस पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
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