कृष्णाब्रह्म. कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के सोवा गांव में चुनावी रंजिश में हुई मारपीट की घटना ने एक परिवार को शोक में डूबा दिया. आठ नवंबर की शाम हुए इस हमले में गंभीर रूप से घायल हुए सुरेंद्र पासवान की इलाज के दौरान बुधवार को पटना में मौत हो गयी. मौत की खबर के बाद परिजन पटना से शव लेकर गांव पहुंचे, जहां स्थानीय पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया. वोट नहीं देने पर हुआ हमला : बता दें कि आठ नवंबर की शाम गांव के ही एक पक्ष के लोगों ने तीन तारा चुनाव चिह्न पर वोट नहीं देने का आरोप लगाते हुए सुरेंद्र पासवान के परिवार पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया गया. आरोप है कि गाली गलौज के बाद स्थिति बिगड़ गयी जो मारपीट में तब्दील हो गयी. घटना के बाद मृतक के पुत्र की पत्नी ने स्थानीय थाना में सत्येंद्र महतो, नीरज कुमार, राजन कुमार, मिथिलेश कुमार सहित कुल 17 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया था. प्राथमिकी में जातीय अपमान, मारपीट और जान से मारने के प्रयास जैसे गंभीर आरोप शामिल किये गये हैं. पुलिस कार्रवाई तीन गिरफ्तार, बाकी फरार : प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. शेष फरार चल रहे आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. कृष्णाब्रह्म थानाध्यक्ष संदीप कुमार राम ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है. फरार चल रहे अभियुक्तों की तलाश में पुलिस पूरी गंभीरता से छापेमारी कर रही है. इलाज के दौरान मौत से परिवार में कोहराम : सुरेंद्र पासवान की मौत के बाद परिवार का रो रोकर बुरा हाल है. परिजन लगातार आरोप लगा रहे हैं कि चुनावी रंजिश में उनके परिवार को निशाना बनाया गया, जिसका नतीजा एक जान की रूप में सामने आया है.
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