डुमरांव. कड़ी सुरक्षा के बीच बुधवार को अनुमंडल परिसर में सिमरी प्रखंड प्रमुख का चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया. चुनाव में सुशीला देवी निर्विरोध प्रखंड प्रमुख निर्वाचित हुई. इसके साथ ही उप प्रमुख की कुर्सी पर गायत्री देवी भी निर्विरोध निर्वाचित घोषित की गई. दोनों प्रत्याशियों को कुल 28 में से 21 बीडीसी का समर्थन मिला है. मालूम हो कि सिमरी प्रखंड में कुल 29 निर्वाचित बीडीसी सदस्य हैं, जिसमें से एक राजपुर बीडीसी वीरेंद्र पासवान का निधन कुछ माह पूर्व हो गया था. सिमरी प्रखंड प्रमुख के चुनाव में आधी आबादी का कब्जा रहा सुशीला देवी 21 साल बाद पुनः प्रखंड प्रमुख बनी हैं. उनका चुनाव निर्विरोध हुआ है. वे पूर्व प्रखंड प्रमुख स्वर्गीय सत्य नारायण दुबे की पत्नी हैं. वर्ष 2001 में सत्यनारायण दुबे सिमरी प्रखंड के प्रमुख बने थे. हालांकि वर्ष 2004 में उपचुनाव में उन्होंने अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाया था और वह विजयी भी हुई थीं. अब पुनः एक बार फिर प्रखंड प्रमुख की कुर्सी पर वे काबिज हो गयी हैं. बता दें कि हाल ही में सत्य नारायण दुबे का असामयिक निधन करंट लगने से हो गया था. एसडीएम राकेश कुमार ने बताया कि सिमरी प्रखंड प्रमुख का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. इसमें प्रखंड प्रमुख पद के लिए सुशीला देवी और उप प्रखंड प्रमुख पद के लिए गायत्री देवी को निर्विरोध चुना गया. बता दें कि इससे पहले नीरज पाठक के पत्नी प्रियंका पाठक सिमरी प्रखंड प्रमुख थी और उप प्रमुख भिखारी यादव थे अब नहीं गलेगी दलालों की दाल सिमरी ब्लॉक दलालों का अड्डा बन गया है, यहां से सबसे पहले दलालों को हटाया जायेगा. यहां पर आय, निवास, मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भी पैसा देना पड़ता है. आवास योजना में भी पैसा देना पड़ता है. कोई ऐसा कार्य नहीं है जो बिना घूस दिए होता है. इस पर लगाम लगायी जायेगी. इसके अलावा रोड, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी जायेगी. जहां पर रोड नहीं है, वहां पर रोड बनवाया जायेगा. सिमरी प्रखंड की चहुंमुखी विकास की जायेगी. सुशीला देवी, प्रखंड प्रमुख, पांडेयपुर
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

