डुमरांव. उमसभरी गर्मी से लोगों का हाल बेहाल हो गया है. जिसके चलते लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. उमसभरी गर्मी से राहत पाने के लिए लोग बारिश होने का इंतजार कर रहे हैं ताकि लोगों को गर्मी से राहत मिले और किसानों के खेतों में बिचड़ा डालने का काम शुरू हो सकें. पानी के अभाव में खेतों में बिचड़ा नहीं डालने के कारण अभी किसानों के खेत खाली पड़े हैं जहां एक कट्ठा में भी बिचड़ा नहीं डाला गया है. वहीं शनिवार को अधिकतम तापमान 39 और न्यूनतम 28 डिग्री सेल्सियस पर रहा. लोगों ने बताया कि कुछ दिनों से आसमान में रूक- रूक कर बादल मंडराते है फिर भी बारिश नही हो रही है. लोगों ने कहा कि तीन चार दिन पहले बारिश के होने के बाद कुछ देर के लिए गर्मी से थोड़ी राहत मिली थी, लेकिन फिर से वही हाल हो गया. जिसके कारण सुबह धूप निकलने के साथ उमसभरी गर्मी बढ़ने लगती है जहां सुबह 10 बजते ही ग्रामीण इलाकों के सड़क व गलियों में लोगों का आवागमन कम हो जाता है और दोपहर 2 बजे तक सन्नाटा पसरा रहता है इस हालत में लोगों के दैनिक जीवन पर इसका खासा असर पड़ रहा है, ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का कहना है कि इस उमसभरी गर्मी के बीच अगर कुछ देर के लिए बिजली गुल हो जाती है तो गर्मी से परेशान होकर लोग इधर उधर टहलने लगते हैं. वही छोटे बच्चे व बुजुर्गों की भी परेशानी बढ़ जाती है. जब कि उमसभरी गर्मी के चलते लोगों को महिनों से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों ने बताया कि आसमान बादलों का लुकाछिपी लगा रहता है उधर किसान भी आसमान में बारिश को लेकर टकटकी लगाए बैठे हैं. जब कि रोहिणी नक्षत्र के एक सप्ताह बाद भी नहरों में पानी नहीं पहुंचा, जिसको देखते हुए किसान चिंतित हैं.
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