राजपुर
. प्रखंड के सभी 19 पंचायत में पीएम आवास योजना के लिए हो रहे सर्वेक्षण में चौंकाने वाला रिपोर्ट आ गया है. जिस रिपोर्ट से विभाग में हड़कंप मच गया है. विभागीय रिपोर्ट के अनुसार स्वयं सर्वेक्षण के तहत लगातार लाभुकों का नाम जोड़ने के लिए आवेदन किया जा रहा है. जिसमें हरपुर पंचायत नंबर वन पर है.यहां स्वयं सर्वे के तहत 337 लोगों का नाम जोड़ा गया है. इसके अलावा अन्य पंचायत पर नजर डालें तो अकबरपुर में स्वयं सर्वे के तहत 301, बन्नी में 234, दुल्फा पंचायत में 141, कैथहर कला पंचायत में 148 व खीरी में 252 लोगों का नाम स्वयं सर्वे के माध्यम से जोड़ दिया गया है. सरकार के स्तर से जो कर्मी नियुक्त हैं. उनके माध्यम से जोड़े गए कुल लाभुकों की संख्या सभी पंचायत के लिए 2660 है. स्वयं सर्वे के तहत सभी पंचायत के लिए 1942 लोगों का नाम जोड़ा गया है, जो काफी चिंता का विषय बन गया है. इस कार्य में जनप्रतिनिधि के सहयोग से आवास सहायक की मिली भगत भी सामने आ रही है. जिसमें जांच के बाद धांधली का बड़ा खुलासा होने की संभावना बन गई है. एक मामले की जांच में पाया गया कि नागपुर पंचायत में नावानगर का आवास सहायक शिवानंद सिंह पूर्व में यहां पदस्थापित थे. उनके द्वारा स्थानीय दलालों के माध्यम से सेल्फ सर्वे में नाम जोड़ा गया है. जिसमें अयोग्य लोगों का नाम सबसे अधिक है. जिसकी जांच करना काफी कठिन साबित हो रहा है. सबसे बड़ी बात है कि पिछले एक महीने से चल रहे पीएम आवास सर्वेक्षण योजना के तहत हर गांव में दलालों की सक्रियता काफी बढ़ गई है. इस सूची में नाम जोड़ने के लिए दो से 3000 रुपये तक राशि की खुलेआम वसूली की जा रही है. फिर भी लोग इस बारे में कुछ कहने से परहेज कर रहे हैं. इस सर्वेक्षण कार्य में लगे सर्वेयर का सरकार के माध्यम से ईमेल एवं आधार के साथ रजिस्ट्रेशन किया गया है. अगर यह सर्वेयर गलत तरीके से नाम जोड़ते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है